NIA chargesheets seven accused in Ballari terror module case : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने गुरुवार को उन सात लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया, जो आतंकवादियों के स्लीपर सेल के रूप में काम करने के लिए अतिसंवेदनशील युवाओं को 'मुजाहिदीन' के तौर पर भर्ती करते थे और उन्हें कट्टरपंथी बनाते थे। यह जानकारी एक आधिकारी बयान में दी गयी है।
बयान में कहा गया है कि वे सभी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) द्वारा 2025 तक भारत के प्रत्येक जिले में 50 ऐसे स्लीपर सेल तैयार करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थे।
एनआईए की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्लीपर सेल भारतीय सैनिकों, पुलिसकर्मियों और विशिष्ट धार्मिक संगठनों के नेताओं पर गुरिल्ला हमले करने के लिए तैयार किए जा रहे थे।
इसमें कहा गया है कि आरोपी सरकार के खिलाफ जिहाद छेड़कर भारत में खिलाफत व्यवस्था स्थापित करने के आईएसआईएस के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए विस्फोटकों के निर्माण में भी शामिल थे।
जांच एजेंसी ने कहा कि एनआईए ने आईएसआईएस के भारत-विरोधी मॉड्यूल नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में गुरुवार को बेल्लारी आईएस मॉड्यूल मामले में शामिल सात आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया।"
एनआईए ने कहा कि पहले गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों पर आतंकवादी स्लीपर सेल के रूप में काम करने के लिए मुजाहिदीन के रूप में कमजोर युवाओं की भर्ती और उन्हें कट्टरपंथी बनाने का आरोप है।
एनआईए ने कहा कि उनमें से छह ने अपने सह-आरोपी मोहम्मद सुलेमान उर्फ मिनाज से 'बयात' (वफादारी की शपथ) ली थी, जिसने खुद को अपने द्वारा बनाये गये समूह का आमिर घोषित किया था।
मिनाज के अलावा, एनआईए द्वारा आरोप पत्र में नामित अन्य लोगों की पहचान मोहम्मद मुनीरुद्दीन, सैयद समीर और मोहम्मद मुजम्मिल (सभी कर्नाटक के निवासी), अनस इकबाल शेख (महाराष्ट्र), मोहम्मद शाहबाज उर्फ जुल्फिकार (झारखंड) और शायन रहमान उर्फ हुसैन (दिल्ली) शामिल हैं। इनपुट भाषा