नई दिल्ली। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने जासूसी मामले में गुजरात और महाराष्ट्र में गुरुवार को कई जगहों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जासूसी का यह मामला महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील सूचनाएं एकत्र करके पाकिस्तानी एजेंट के सहयोग से आतंकी हमले करने की साजिश रचने से जुड़ा है।
आतंकवाद निरोधक एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह मामला शुरू में 10 जनवरी, 2020 को आंध्र प्रदेश के काउंटर इंटेलिजेंस सेल द्वारा विजयवाड़ा में दर्ज किया गया था। इस मामले को 23 दिसंबर, 2021 को एनआईए द्वारा फिर से दर्ज किया गया था।
अधिकारी ने कहा कि गुजरात के गोधरा और महाराष्ट्र के बुलढाणा में संदिग्धों से जुड़े चार स्थानों पर तलाशी ली गई। प्रवक्ता ने कहा कि तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरण, संदिग्ध सिम कार्ड और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
एनआईए ने कहा कि अब तक की जांच से पता चला है कि पाकिस्तानी एजेंटों ने भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए संवेदनशील जानकारी जुटाने के लिए विशाखापत्तनम, मुंबई और गुजरात में स्थित अन्य आरोपी व्यक्तियों के साथ साजिश रची थी।
प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय सिम कार्ड फर्जी तरीके से खरीदे गए थे। इसके अलावा पाकिस्तान स्थित आकाओं ने भारत में व्हाट्सऐप को सक्रिय करने के लिए अपने भारतीय सहयोगियों के माध्यम से वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) प्राप्त किया था। इन व्हाट्सऐप अकाउंट का इस्तेमाल रक्षाकर्मियों के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए किया जाना था।(भाषा)