नई दिल्ली। भारत सरकार मालदीव में उभर रहीं स्थितियों की करीब से निगरानी कर रही है और इसके चलते भारत की सुरक्षा पर पड़ने वाली सभी गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है। लोकसभा में बुधवार को पूछे गए एक प्रश्न के लिखित जवाब में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि भारतीय हितों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार सभी जरूरी कदम उठाएगी। उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार के पास मालदीव में चीन के हस्तक्षेप से निपटने के लिए वहां तत्काल नौसैनिक अभियान शुरू किए जाने का कोई प्रस्ताव है?
भारत और मालदीव के संबंधों में उस वक्त कड़वाहट आ गई थी, जब मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन ने 5 फरवरी को वहां आपातकाल घोषित कर दिया था। यह आपातकाल उस आदेश के बाद लागू किया गया था, जिसमें देश की सुप्रीम कोर्ट ने विपक्षी नेताओं के एक समूह को रिहा करने को कहा था।
इन नेताओं को दोषी ठहराए जाने वाले मुकदमों की चौतरफा आलोचना हुई थी। यह आपातकाल 45 दिन बाद हटाया गया था। चीन, मालदीव पर अपने प्रभाव को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है और वह आपातकाल लगाने के राष्ट्रपति यमीन के फैसले के समर्थन में भी नजर आया।
एक अन्य प्रश्न के जवाब में सीतारमण ने कहा कि मिजोरम के चिंगचिप सैनिक स्कूल में अकादमिक सत्र 2018-19 के लिए प्रायोगिक आधार पर लड़कियों के प्रवेश को स्वीकृत कर लिया गेया है। वर्तमान में राज्य में 22 सैनिक स्कूल चल रहे हैं, जहां केवल लड़कों को प्रवेश दिया जाता है। (भाषा)