नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कुछ सड़क दुर्घटनाओं के लिए त्रुटिपूर्ण परियोजना रिपोर्ट को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि कंपनियों को राजमार्गों एवं अन्य सड़कों के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के वास्ते उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि सरकार नई प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है।
खुलकर विचार व्यक्त करने के लिए विख्यात गडकरी ने कहा कि कंपनियों द्वारा तैयार की गईं कुछ डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) अत्यधिक खराब हैं और सड़क दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने डीपीआर तैयार करने वाली कंपनियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
गडकरी ने कहा कि शुरुआत वहां (डीपीआर) से करो। अगर वो (कंपनी) नहीं सुधरेंगी तो तुम्हारा पूरा सत्यानाश हो जाएगा। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि अगर कोई अनाड़ी चालक हो तो नई मर्सिडीज कार भी समस्या खड़ी कर सकती है।
गडकरी ने सड़क परियोजनाओं में देरी के कारणों की पहचान करने पर जोर दिया, क्योंकि देरी के कारण निर्माण की बढ़ती लागत भी एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की रविवार को एक सड़क दुर्घटना में तब मौत हो गई, जब उनकी कार महाराष्ट्र के पालघर जिले में डिवाइडर से टकरा गई।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार 2021 में पूरे भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.55 लाख से अधिक लोगों की जान चली गई। इस तरह औसतन रोजाना 426 या हर घंटे में 18 लोगों की मौत हुई, जो अब तक किसी भी कैलेंडर वर्ष में दर्ज सर्वाधिक मौत का आंकड़ा है।(भाषा)