जेडीयू के शरद यादव गुट ने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया। जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश को अध्यक्ष पद से हटाकर गुजरात से पार्टी विधायक छोटू भाई वसावा को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने का फैसला लिया गया। वहीं, कार्यकारिणी की बैठक में महागठबंधन तोड़ने का फैसला भी रद्द कर दिया गया।
जेडीयू की कार्यकारिणी की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में जदयू नेता अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नीतीश को पार्टी अध्यक्ष नियुक्त करने सहित पिछले साल 23 अप्रैल को हुई कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए सभी फैसलों को रद्द कर दिया गया है।
शरद गुट ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक अनुशासनात्मक समिति का भी गठन किया है। शरद गुट के इस कदम से जेडीयू टूट की तरफ एक कदम और आगे बढ़ चुकी है। नीतीश सहित अन्य नेताओं के फैसलों को अनुशासनहीनता के दायरे में लाने के बारे में समिति की सिफारिशों पर अमल का फैसला राष्ट्रीय परिषद की बैठक में किया जाएगा।
जेडीयू नेता अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि जेडीयू की 'राष्ट्रीय कार्यकारिणी' की बैठक में यह फैसला लिया गया। उल्लेखनीय है कि हाल ही में गुजरात से राज्य सभा की 3 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल की जीत में वसावा के वोट ने महत्वपूर्ण रोल निभाया था।
श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को रद्द कर वसावा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी के उपाध्यक्ष के. राजशेखरन की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खेमे द्वारा महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ गठजोड़ करने सहित अन्य फैसलों को भी रद्द कर दिया गया।
श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में पार्टी नेता जावेद रजा द्वारा पेश संगठन संबंधी प्रस्ताव में नीतीश कुमार द्वारा पार्टी के चुनाव अधिकारी बनाए गए अनिल हेगड़े की नियुक्ति को रद्द करने के सुझाव को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही हेगड़े द्वारा की गई पदाधिकारियों की नियुक्ति स्वत: रद्द हो गई।
8 अक्टूबर को दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में देश भर से जुटे जेडीयू नेताओं ने नीतीश खेमे द्वारा बीजेपी से गठजोड़ करने को जनादेश का अपमान बताते हुए इस फैसले को रद्द किया है। इसके अलावा हाल ही में नीतीश खेमे द्वारा जेडीयू पदाधिकारियों को पार्टी से निकालने के फैसले को भी निष्प्रभावी घोषित कर हटाए गए प्रदेश अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को उनके पद पर बहाल कर दिया।
अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यकारिणी के फैसलों पर मंजूरी के लिए आगामी 8 अक्टूबर को दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई है। (एजेंसी)