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अब गर्मी झुलसाने को तैयार, राजस्थान में तापमान 38 डिग्री के पार

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

जयपुर/नई दिल्ली , शनिवार, 8 मार्च 2025 (18:43 IST)
Weather update of Rajasthan: राजस्थान के अनेक इलाकों में तापमान बढ़ने लगा है, जहां बीते 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान सीमावर्ती बाड़मेर में 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार इस दौरान राज्य में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। दूसरी ओर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम में औसत से एक डिग्री कम है।
 
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार शनिवार सुबह तक के चौबीस घंटे में राज्य में सर्वाधिक तापमान बाड़मेर में 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं सबसे कम तापमान संगरिया में 08.1 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य के अधिकांश भागों में आगामी सप्ताह के दौरान मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य में अधिकतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहेगा।
 
दिल्ली में कैसा है मौसम : राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम में औसत से एक डिग्री कम है। दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 63 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ ​​रहने तथा अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान जताया है।
 
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह 9 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 163 रहा जो, ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। एक्यूआई शून्य से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।
 
कैसे रुकेगी तापमान में वृद्धि : भारत ने बुधवार को कहा कि ‘ग्लोबल वार्मिंग’ को 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा के भीतर रखना अब भी संभव है, लेकिन इसके लिए विकसित देशों को वित्तीय और प्रौद्योगिकी सहायता पर अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना होगा। टेरी के विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने यह भी कहा कि वर्तमान बहुपक्षीय प्रणाली जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में विफल रही है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक शासन में तत्काल सुधार का आह्वान किया कि समानता, न्याय और कार्रवाई जलवायु वार्ता के केंद्र में रहें।
 
यादव ने 2024 यूएनईपी उत्सर्जन अंतर रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हमारे लिए 1.5 डिग्री सेल्सियस के मार्ग पर बने रहना अभी भी तकनीकी रूप से संभव है, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और वनों में उत्सर्जन में महत्वपूर्ण एवं तेजी से कमी लाने की व्यापक क्षमता है। मंत्री ने कहा कि हालांकि, इस क्षमता का पूरी तरह से लाभ प्राप्त करने के लिए हमें तत्परता से कार्य करना चाहिए और विकसित देशों को विशेष रूप से कार्यान्वयन के साधनों पर अपने दायित्वों का सम्मान करना चाहिए एवं उन्हें पूरा करना चाहिए। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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