नई दिल्ली, अग्निपथ को लेकर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी प्रदर्शन की वजह देश का यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। दिल्ली में प्रदर्शनकारियों के द्वारा ट्रेनें रोकी जा रही हैं। वहीं दूसरी रेलों की बात करें तो रेल मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे प्रदर्शन की वजह से 181 मेल एक्सप्रेस और 348 यात्री ट्रेनें रद्द हुई हैं। 4 मेल एक्सप्रेस और 6 पैसेंजर ट्रेनें आंशिक रूप से अभी रद्द हैं। कोई भी डायवर्ट ट्रेन नहीं है। सभी ट्रेन को मिलाकर देश में करीब 539 ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं।
अब कांग्रेस नेता भी खुलकर इस विरोध में शामिल हो गए है। मंत्री गोपाल राय ने बयान दिया है कि केंद्र सरकार इस योजना को वापस लें। इसी तरह सचिन पायलट ने कहा कि सरकार किसी की नहीं सुनती है। प्रियंका गांधी ने भी अग्निपथ का विरोध किया और योजना की आलोचना की। ममता बेनर्जी ने कहा कि अग्निपथ के नाम पर सरकार लॉलीपॉप दे रही है।
उधर विरोध के चलते जो ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं उससे हजारों यात्रियों की यात्राएं भी प्रभावित हो रही है। लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि अब वे कहां जाए। ट्रेन का इंतजार करे या कोई दूसरी राह पकड़े।
बता दें कि यूपी, बिहार के बाद अब सोमवार को दिल्ली में शिवाजी ब्रिज पर ट्रेन रोकी गई है। कनॉट प्लेस पर भी प्रदर्शन किया गया। यहां से पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। यहां आए प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच गहमागहमी हुई। प्रदर्शनकारी हाथ में कांग्रेस का झंडा लेकर ट्रेक पर उतर आए। जिसके बाद पुलिस को बल का प्रयोग कर उन्हें हटाना पड़ा।
उधर भारत बंद के ऐलान के बाद नोएडा- गुरुग्राम बॉर्डर पर जाम लगा रहा। यहां करीब 2 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी वाहनों की जांच में जुटे, जिसके बाद यहां वाहनों की लंबी कतार लग गई। लंबे समय तक वाहन फंसे रहे। बता दें कि यूपी और बिहार में पहले से ही अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध का प्रदर्शन चल रहा है, सोमवार को दिल्ली, कोलकाता, पटना और जम्मू में भी विरोध प्रदर्शन नजर आए। जम्मू में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
बता दें कि दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ईडी ने नेशनल हैराल्ड मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने जंतर मंतर समेत देश के दूसरे हिस्सों में भी प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। राहुल गांधी लगातार अग्निपथ योजना का विरोध करते आए हैं।
थल सेना ने जारी किए भर्ती के नए नियम
इधर देशभर में तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए बनाई गई अग्निपथ योजना के भयंकर विरोध के बीच थलसेना ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अग्निवीरों के लिए महत्वपूर्ण नियम व शर्तें जारी कर दी हैं। इन नियमों के अनुसार अग्निवीरों की ट्रेनिंग के बाद उन्हें देश की किसी भी यूनिट और रेजिमेंट में तैनात किया जा सकता है। इंडियन आर्मी में अग्निवीरों की भर्ती 'ऑल इंडिया ऑल क्लास' के आधार पर होगी। बता दें कि अभी तक सेना में भर्तियां धर्म, क्षेत्र और जारी के आधार पर होती आई थी।