Odisha Train Accident : ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे के बाद रेलवे ट्रेक और केबल सुधारने का काम जारी है। ऐसा माना जा रहा है कि कुछ ही घंटों में रेल यातायात बहाल हो जाएगा। शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे में 288 यात्रियों की मौत हो गई। ओडिशा रेल हादसे से जुड़ी हर जानकारी...
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भुवनेश्वर में कहा- दो लाइन में पटरी की मरम्मत का काम लगभग हो गया है। इस हादसे में जिन लोगों की मृत्यु हुई है उनके परिवार से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड की तरफ से इस मामले की CBI जांच की सिफारिश की गई है।
-रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर कहा, डाउन मेन लाइन आज दोपहर 12:05 बजे बहाल कर दी गई है।
-बालासोर रेल हादसे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका, कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग
-रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव फिर दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। कहा- बोगियों को पटरी से हटाया गया। हादसे की सही वजह का पता चला।
-रेल मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग में बदलाव से हुआ हादसा। हादसे का कवच से कोई लेना-देना नहीं। ममता ने अपनी जानकारी के अनुसार कहा।
-ओडिशा सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख का मुआवजा, गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए 1-1 लाख की मदद।
-केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी कहा कि मरम्मत का कार्य लगभग पूरा हो गया है। रेलवे की टीम ने पूरी रात काम किया है। मृतकों की पहचान कर कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें उनके परिवारों तक पहुंचाने का काम जारी है।
-रेल हादसे के पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए एम्स और दिल्ली के अन्य केंद्रीय सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक भारतीय वायुसेना के विमान से ओडिशा पहुंचे।
-ओडिशा पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया। भुवनेश्वर और कटक के अस्पतालों में घायलों से करेंगे मुलाकात।
-अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत में हुए रेल हादसे पर दुख जताया।
-रातभर से रेलवे ट्रेक पर मरम्मत का काम जारी।
-जांचकर्ता रेल हादसे में मानवीय त्रुटि, सिग्नल फेल होने और अन्य संभावित पहलुओं से जांच कर रहे हैं। अधिकारियों ने इस भयावह रेल हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी।
-हादसे के बाद से अब तक करीब 90 ट्रेन को रद्द किया गया है जबकि 46 ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। इसके साथ ही 11 ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta