Ram Mandir Ayodhya : अयोध्या का राम मंदिर संपूर्ण विश्व में चर्चा का विषय बना हुआ है और हो भी क्यों न, 500 वर्ष से अधिक समय लगा इस अद्भुत क्षण को पाने में, जिसका निर्माण बड़ी तीव्र गति से चल रहा है। राम मंदिर की भव्यता-दिव्यता के लिए छोटे से छोटे एक-एक बिन्दुओं पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जा रहा है। उसी परिपेक्ष्य में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में चुने गए पुजारियों को भी सरकारी कर्मचारियों के जैसी सुविधाएं जैसे फ्लैट, मेडिकल सुविधा के साथ छुट्टियां इत्यादि मिलेंगी।
राम नगरी अयोध्या, जहां रामलला का भव्य-दिव्य राम मंदिर का निर्माण बड़ी तेजी के साथ रात-दिन किया जा रहा है, जिससे जनवरी 2024 में राम मंदिर में रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो सकें और उनके लाखों आराध्य उनका दर्शन कर सकें, जहां एक तरफ राम मंदिर का निर्माण तीव्र गति से किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ राम मंदिर से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं को भी व्यवस्थित ढंग से संपन्न करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी व्यवस्था के अंतर्गत राम मंदिर के पुजारियों का भी चुनाव होना है। चुने हुए पुजारियों को क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी, इन सभी बिन्दुओं पर चर्चा की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर के लिए चुने गए पुजारियों को अब सरकारी कर्मचारियों के जैसी सुविधा मिलेगी, ये हम नहीं खुद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का दावा है।
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि भगवान रामलला के परिसर में कार्यरत पुजारी और कर्मचारियों को अब सरकारी स्तर की सुविधा श्रीराम मंदिर ट्रस्ट देगा, जिसमें प्रमुख रूप से पुजारी के रहने-खाने और चिकित्सीय सुविधाओं के साथ-साथ आवासीय भत्ता भी दिया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट दक्षिण क्षेत्र में संचालित ट्रस्ट के तर्ज पर अब अपने पुजारी और कर्मचारियों को बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराएगी। दरअसल भगवान रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ राम मंदिर के निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
जनवरी माह में भगवान रामलला का मंदिर आज आकार ले चुका है और देश के प्रधानमंत्री 2024 में भगवान को भव्य मंदिर में विराजित करेंगे। अब राम मंदिर ट्रस्ट रामलला के पुजारियों को भी हाईटेक सुविधाएं सरकारी कर्मचारी के तर्ज पर उपलब्ध कराएगा।
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट राम मंदिर से जुड़े हुए पुजारियों और कर्मचारियों को अब सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर सुविधा उपलब्ध कराएगा। रामलाल के पुजारी और कर्मचारियों को चिकित्सीय-आवासीय यात्रा, रहन-सहन और खानपान का खर्च श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट उठाएगा।
राम नगरी में जन्मा व्यक्ति ही होगा राम मंदिर का पुजारी : अयोध्या नगरी में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के महा महोत्सव की तैयारियां जोरशोर के साथ चल रही हैं। ऐसे में मंदिर के पुजारी के चयन में एक प्रमुख बात यह भी सामने आ रही है कि जिस व्यक्ति का जन्म राम की नगरी अयोध्या में हुआ है, वो ही रामलला का पुजारी बनने के योग्य है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामलला के अर्चकों की पात्रता के लिए कई मानक तय कर रहा है। इसके लिए रामोपासना से जुड़े विशेषज्ञों की राय ली जा रही है। सूत्रों के अनुसार, विशेषज्ञ अर्चकों के लिए यह मानक भी तय करने में लगे हैं कि रामलला का अर्चक वही हो सकता है, जिसका जन्म अयोध्या में ही हुआ हो।
Edited By : Chetan Gour