अमृतसर। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 32वीं वर्षगांठ सोमवार को यहां स्वर्ण मंदिर में तगड़ी सुरक्षा के बीच मनाई गई और खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसजीपीसी के कार्यबल के साथ पुलिसकर्मी सादी वर्दी में तैनात थे जिससे मंदिर परिसर और इसके आसपास कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। अर्द्धसैनिक बलों सहित 8,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को अमृतसर में तैनात किया गया है।
शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष व पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान की अगुवाई में अकाली समर्थकों ने 'खालिस्तान जिंदाबाद' और 'पंजाब सरकार मुर्दाबाद' के नारे लगाए।
अकाल तख्त के भूतल से एकत्र हुए लोगों को संबोधित करते हुए मान ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, सिखों और एसजीपीसी के धार्मिक मामलों में दखल दे रहे हैं। मान ने एसजीपीसी को सिख ग्रंथी बलबीर सिंह को बहाल करने को कहा जिन्होंने हाल ही में स्वर्ण मंदिर में मुख्यमंत्री को 'सिरोपा' देने से इंकार कर दिया था।
सभा को संबोधित करते हुए जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी गुरबचन सिंह ने तत्कालीन केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनियाभर में सिख समुदाय ऑपरेशन ब्लू स्टार के इस पुराने घाव को याद रखेगा।
स्वर्ण मंदिर में 1984 में सेना की कार्रवाई में मारे गए लोगों को समर्पित स्मारक को देखने सोमवार को बड़ी तादाद में लोग एकत्र हुए। दल खालसा के आह्वान पर सोमवार को इस पवित्र नगरी में प्रतिष्ठान बंद रखे गए। (भाषा)