तिरुवनंतपुरम। युद्ध प्रभावित दक्षिण सूडान की राजधानी जुबा से 156 लोगों को लेकर भारतीय वायु सेना का विमान सी-17 आज तड़के यहां पहुंच गई।
हिंसा की वजह से इन लोगों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। इनमें दो नेपाली नागरिक शामिल हैं। भारत लौटे कुल 156 लोगों में नौ महिलाएं और तीन बच्चे भी हैं।
दक्षिण सूडान से यहां आया विमान कुछ देर के लिए जब हवाईअड्डे पर उतरा तो उसमें से केरल तथा तमिलनाडु के कुछ लोग उतरे। फिर विमान दिल्ली के लिए रवाना हो गया।
यात्रियों के साथ आए विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने हवाईअड्डे पर संवाददाताओं को बताया कि 156 लोगों को वहां से निकाला गया है जिनमें से दो नेपाल के नागरिक हैं। जुबा में 550 से अधिक भारतीय हैं तथा 150 भारतीय उन जगहों पर हैं जहां तेल के कुएं स्थित हैं।
सिंह ने कहा कि हमारे साथ 156 लोग आए हैं। करीब 30 से 40 लोगों ने उस समय अपना टिकट आरक्षित करा लिया था जब वाणिज्यिक उड़ानें शुरू हुई थीं। 300 लोगों ने अपने कारोबारी कारणों और अन्य गतिविधियों के चलते आने के प्रति अनिच्छा जताई। जिन लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला गया है उनमें नौ महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं।
सिंह ने बताया कि जब कुछ लोगों ने वहां से हटने का सरकार का आग्रह अस्वीकार कर दिया तो हमने उन्हें समझाने की कोशिश की। मुझे लगता है कि उनके लिए कारोबार पहले और जान की फिक्र बाद में है।
विदेश राज्य मंत्री ने बताया कि जुबा और इसके बाहरी इलाकों में लड़ाई शुरू होने के बाद हमारा उद्देश्य खतरे में पड़े अपने लोगों को वहां से सुरक्षित बाहर निकालना था। हमारी सूचना के अनुसार, जुबा में 550 से अधिक और आसपास के उन इलाकों में अन्य 150 भारतीय हैं, जहां तेल के कुएं हैं।
कई भारतीयों ने जुबा में हालात बिगड़ने के बाद दक्षिण सूडान से भारत आने के लिए विदेश मंत्रालय में पंजीकरण करा लिया था लेकिन मुश्किल तब हुई जब इन लोगों ने वहां से हटने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा बार बार ट्विटर पर अपील किए जाने के बावजूद लौटने से मना कर दिया।
सिंह के अनुसार, उन्होंने सूडान के उप राष्ट्रपति से मुलाकात की जिन्होंने उन्हें वहां के हालात के बारे में बताया। सी-17 विमान युगांडा होते हुए आया और सिंह ने युगांडा के प्रधानमंत्री रूहाकना रूगुन्दा से भी मुलाकात की जिन्होंने अपनी ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
दक्षिण सूडान में पूर्व विद्रोहियों और सरकार के बलों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में तेज लड़ाई चल रही है।
केरल के बिजली मंत्री कडक्कम्पल्ली सुरेन्द्रन, तिरूवनंतपुरम जिले के कलेक्टर बीजू प्रभाकर आदि ने यहां पहुंचने पर यात्रियों की अगवानी की। (भाषा)