नई दिल्ली। 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले सी-वोटर के एक ओपिनियन पोल में कांग्रेस को राजस्थान में 145 सीटों के साथ भारी बहुमत और मध्यप्रदेश में साधारण बहुमत मिलने का पूर्वानुमान जताया गया है।
सेंटर फॉर वोटिंग ओपिनियंस एंड ट्रेंड्स इन इलेक्शन रिसर्च (सी-वोटर) ने नवंबर के दूसरे सप्ताह में अपने सर्वेक्षण में तेलंगाना में कांग्रेस-तेदेपा को 64 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना जताई है और छत्तीसगढ़ में कड़े मुकाबले की बात कही है, जहां भाजपा थोड़ी आगे रह सकती है।
छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव 12 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच होंगे और मतगणना 11 दिसंबर को होगी। राजस्थान के सर्वे में भाजपा को केवल 45 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है। भाजपा को केवल 39.7 प्रतिशत वोट मिलने का पूर्वानुमान जताया गया है जबकि कांग्रेस को 47.9 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गई है।
मध्यप्रदेश में सी-वोटर के पोल में भाजपा को 107 सीटें मिलने का पूर्वानुमान जताया गया है। यहां कांग्रेस को 116 सीटों के साथ साधारण बहुमत मिलने की बात कही गई है। छत्तीसगढ़ में कड़ी टक्कर का पूर्वानुमान जताते हुए सी-वोटर के सर्वे में कांग्रेस को 41 सीटें और भाजपा को 43 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की गई है।
सी-वोटर ने दावा किया है कि सीएनएक्स के पोल में राजस्थान में कांग्रेस को 115 सीटें और भाजपा को 75 सीटें मिलने की बात कही गई है, वहीं सीएसडीएस के सर्वे में कांग्रेस को 110 सीटें और भाजपा को 84 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। सी-फोर के सर्वे में कांग्रेस को 130 और भाजपा को 65 सीटें मिलने का पूर्वानुमान जताया गया है।
सी-वोटर के अनुसार सीएनएक्स के सर्वे में मध्यप्रदेश में भाजपा को 122 सीटें और कांग्रेस को 95 सीटें मिलने का दावा किया गया है। सीएसडीएस ने यहां भाजपा को 116 और कांग्रेस को 105 सीटें मिलने की संभावना जताई है। छत्तीसगढ़ में सीएनएक्स ने भाजपा को 50 तो कांग्रेस को 30 और अन्य को 10, वहीं सीएसडीएस ने भाजपा को 56, कांग्रेस को 25 और अन्य को 9 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सी-वोटर का सर्वे प्रशंसनीय और रोचक है और जमीन पर हालात ऐसे हैं कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में भी पार्टी जबरदस्त तरीके से जीत रही है।
भाजपा प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने सर्वेक्षणों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी न केवल अपने शासन वाले तीनों राज्यों में फिर से सरकार बनाएगी, बल्कि तेलंगाना तथा मिजोरम में भी सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा होगी। (भाषा)