नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर देशभर में हो रहे प्रदर्शनों और उसके कारण देश के विश्वविद्यालयों में हो रही हिंसा को देखते हुए विपक्षी दलों ने सोमवार को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है, लेकिन इस बैठक में बहुजन समाज पार्टी (BSP) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने शामिल होने से इंकार कर दिया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दल CAA को लेकर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने के लिए विपक्षी दलों की यह बैठक बुलवाई थी, लेकिन बसपा और आम आदमी पार्टी ने बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही इस बैठक में आने से स्पष्ट इंकार कर चुकी हैं। बनर्जी ने कांग्रेस और वामदलों पर गंदी राजनीति करने का आरोप भी लगाया था।
बैठक में इन दलों के शामिल नहीं होने से कांग्रेस की उस रणनीति पर पानी फिर गया है जिसमें वह संशोधित नागरिकता कानून (CAA), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NPR) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर-2020 (NPR) को लेकर मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर रही थी।
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की शनिवार को हुई बैठक में विश्वविद्यालय परिसरों में छात्रों पर हमले, आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, कृषि संकट और महिला सुरक्षा और CAA को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी की गई थी। (file photo)