नई दिल्ली। प्रमुख विपक्षी दलों ने बिहार में लोगों को 'फ्री वैक्सीन' (free vaccine) वाले वादे पर भाजपा (BJP) को घेरा है। राजनैतिक दलों ने कोरोनावायरस (Coronavirus) का टीका निशुल्क उपलब्ध कराने के भाजपा के चुनावी वादे को लेकर गुरुवार को उस पर राजनीतिक लाभ के लिए महामारी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा के इस वादे को लेकर तंज कसते हुए कहा कि भारत सरकार ने कोविड के टीके के वितरण की रणनीति की घोषणा कर दी है और अब लोग इसे हासिल करने की जानकारी के लिए राज्यवार चुनाव कार्यक्रमों पर गौर कर सकते हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारत सरकार ने कोरोनावायरस के टीके तक लोगों की पहुंच से जुड़ी अपनी रणनीति की घोषणा कर दी है। कृपया यह जानने के लिए राज्यवार चुनाव कार्यक्रमों का सहारा लें कि यह आपको दूसरे फर्जी वादों के पिटारे के साथ कब मिलेगा।’
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर दावा किया, ‘मोदी सरकार ने तो कोरोना की वैक्सीन नहीं ढूंढी, पर बिहार की जनता ने बिहार बचाने की ‘वैक्सीन’ ज़रूर ढूंढ ली है। जद(यू)-भाजपा भगाओ, महागठबंधन सरकार लाओ।’
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘तुम मुझे वोट दो, मैं तुम्हें वैक्सीन दूंगा।’ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बिहार में मुफ्त टीके का वादा करके भाजपा स्वास्थ्य सेवा का राजनीतिकरण कर रही है।
कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि निर्वाचन आयोग को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि मुफ्त टीके को लेकर सरकार का रवैया चुनिंदा नहीं हो सकता।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘किसी भी लोक-कल्याणकारी राज्य/राष्ट्र में किसी महामारी के वैक्सीन को चुनावी घोषणा में शामिल करना विमर्श के पतन का द्योतक। यह ज़िन्दगी बचाने के लिए भी चुनावी सौदेबाजी है।’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘आज देश की सत्ताधारी भाजपा बिहार के अपने घोषणा-पत्र में कह रही है कि वो बिहार के लोगों के लिए कोरोना का टीका मुफ़्त लगवाएगी। ऐसी घोषणा उप्र व अन्य राज्यों के लिए क्यों नहीं करी गयी। ऐसी अवसरवादी संकीर्ण राजनीति का जवाब उत्तर प्रदेश व देश की जनता आगामी चुनावों में भाजपा को देगी।’
शिवसेना प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया, ‘टीका अभी तक आया नहीं है, लेकिन यह चुनावी जुमला बन चुका है। क्या केंद्र सरकार को सभी राज्यों के प्रति समान होने की जिम्मेदारी नहीं निभानी चाहिए?’
तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत रॉय ने कहा कि इस तरह का वादा करके वित्त मंत्री की तरफ से ‘गैरजिम्मेदाराना’ व्यवहार किया गया है। उधर, भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि टीका सभी भारतीय नागरिकों को बहुत कम दाम पर उपलब्ध कराया जाएगा और राज्य इसे मुफ्त कर सकते हैं तथा बिहार में भाजपा ऐसा करेगी।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य राज्य का विषय होता है, इसलिए यह राज्यों पर निर्भर करता है कि वो लोगों को टीका मुफ्त उपलब्ध कराएंगे या नहीं।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का ‘संकल्प पत्र’ जारी करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को पटना में कहा कि कि जब तक कोरोना वायरस का टीका नहीं आता है, तब तक मास्क ही टीका है, लेकिन जैसे ही टीका आ जायेगा तो भारत में उसका उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा संकल्प है कि जब टीका तैयार हो जायेगा तब हर बिहारवासी को कोरोना वायरस का टीका मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने की 'फ्री वैक्सीन' की घोषणा : इसी बीच गुरुवार की देर शाम मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी ट्विटर पर प्रदेश की जनता के लिए 'फ्री वैक्सीन' का ऐलान कर डाला।
शिवराज ने ट्विटर पर लिखा 'मेरे प्रदेशवासियों, #COVID19 से जनता को बचाने के लिए हमने अनेक प्रभावी कदम उठाए हैं। आज यह पूरी तरह से नियंत्रित है। भारत में कोरोना की वैक्सीन तैयार करने का कार्य तेज़ी से चल रहा है, जैसे ही वैक्सीन तैयार होगी, मध्यप्रदेश के प्रत्येक नागरिक को वह मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी।' सनद रहे कि मध्यप्रदेश में भी 28 सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं।