Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

भागवत से बोले ओवैसी, ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए लांच हो लाडली बहना की तरह स्कीम

हमें फॉलो करें भागवत से बोले ओवैसी, ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए लांच हो लाडली बहना की तरह स्कीम

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, सोमवार, 2 दिसंबर 2024 (08:28 IST)
owaisi news in hindi : संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जनसंख्या में गिरावट को लेकर चिंता जताते हुए दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यदि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से कम हो जाती है तो समाज का पतन निश्चित है। इस मामले में एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ज्यादा बच्चे पैदा करने पर लाडली बहना की तरह स्कीम निकालने को कहा। 
 
ओवैसी ने कहा कि जैसे महाराष्ट्र में लाड़ली बहना के अकाउंट में पैसे आते हैं वैसे ही मोहन भागवत को यह कहना चाहिए कि अगर कोई ज्यादा बच्चे पैदा करेगा तो हम उसके खाते में इतने पैसे देंगे। ALSO READ: भागवत की मंदिर-मस्जिद सलाह पर ध्यान नहीं दे रही BJP : खरगे
 
उन्होंने कहा कि मोहन भागवत को बोलना चाहिए कि जो ज्यादा बच्चे पैदा करेगा हम उसके खाते में 1500 रूपए या 2000 डालेंगे। उन्हें ऐसी स्कीम निकालनी चाहिए। एआईएमआईएम नेता ने कहा कि अल्लाह की दुआ से मेरे पास 6 बच्चे हैं। नरेंद्र मोदी भी 6 भाई-बहन हैं और अमित शाह भी 6 भाई-बहन हैं।
 
ओवैसी ने कहा कि ये नरेन्द्र मोदी को जाकर सिखाना चाहिए था जिन्होंने कहा था कि मुस्लिम ज्यादा बच्चे पैदा करते है, हिंदू बहनों के गले से मंगलसूत्र छीनकर उन्हें दिया जाएगा जो ज्यादा बच्चे पैदा करते है।
 
क्या बोले थे भागवत : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने परिवार के महत्व पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि जनसंख्या में कमी चिंता का विषय है, क्योंकि जनसंख्या विज्ञान कहता है कि अगर जनसंख्या दर 2.1 से नीचे चली गई तो वह समाज नष्ट हो जाएगा, कोई उसे नष्ट नहीं करेगा, वह अपने आप नष्ट हो जाएगा। ALSO READ: जनसंख्या गिरावट से मोहन भागवत चिंतित, बताया कैसे नष्‍ट होता है समाज?
 
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हमारे देश की जनसंख्या नीति, जो 1998 या 2002 के आसपास तय की गई थी, कहती है कि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से नीचे नहीं होनी चाहिए। इस वजह से पहले भी कई भाषाएं और समाज नष्ट हो गए।
Edited by : Nrapendra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मस्क और ट्रंप: हितों के टकराव के बीच कब तक टिकेगी ये दोस्ती