नई दिल्ली। प्रारंभ से ही विवादों के केंद्र में रही संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' अंतत: गुरुवार को देश-विदेश में रिलीज हो गई जिसे देखने दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और दर्शकों की प्रतिक्रियाएं भी अच्छी रही।
ट्रेड सूत्रों के मुताबिक करणी सेना के विरोध एवं धमकी के मद्देनजर सिनेमाघरों में कड़ी सुरक्षा के बीच विभिन्न स्थानों पर फिल्म रिलीज की गई और फिल्म देखने पहुंचे दर्शकों की अच्छी खासी संख्या रही।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से सर्टिफिकेट मिलने और सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रदर्शन की मंजूरी के बाद पद्मावत रिलीज तो कर दी गई है, लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात एवं गोवा की सरकारों ने अपने राज्य में फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा रखा है।
ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़मरोड़ कर फिल्म में पेश किए जाने का आरोप लगाने वाले करणी सेना और कुछ अन्य संगठनों के विरोध और हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर उत्तर भारत में फिल्म की रिलीज पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।
इस बीच पद्मावत के विरोध में करणी सेना कार्यकर्ताओं के उत्पात और हिंसा की घटनाओं के कारण दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी प्रक्षेत्र (एनसीआर) में कुछ सिनेमाघरों के मालिक समूचे विवाद के थमने तक फिल्म का प्रदर्शन स्थगित किए जाने पर विचार कर रहे हैं, जबकि बहुत से मल्टीप्लैक्स में फिल्म कड़ी सुरक्षा के बीच दिखाई जा रही है।
मल्टीप्लैक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में अपने सिनेमाहालों के बाहर पुलिस के साथ ही निजी सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा। फिल्म वितरकों ने दिल्ली और एनसीआर में सिनेमाघरों के बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए मदद मांगी है। (एजेंसियां)