पाकिस्तान की सेना और इसकी खुफिया इकाई भारत में जासूसी करने के लिए गरीब पाकिस्तानी महिलाओं का इस्तेमाल कर रही है। उन्हें भारत भेजने से पहले प्रशिक्षण भी दिलाया जाता है और उन्हें आश्वस्त कराया जाता है कि पाक सरकार उनके परिजनों की हर तरह से मदद करेगी।
गरीब परिवारों की इन महिलाओं को जासूसी करने के लिए भारत भेजा जाता है। इससे पहले रेंजर्स और पाकिस्तानी गाइड्स की मदद से इन्हें सीमा पार करा दी जाती है और इनके परिवार का पूरा खर्च आईएसआई ही उठाती है।
महिला होने के कारण ज्यादातर लोगों का इन पर कोई इन पर शक भी नहीं करता है और वे बिना किसी चिंता के भारत में रहकर अपना काम करती रहती हैं। इनके अलावा, भारतीय उच्चायोग, वाणिज्य दूतावास में पदस्थ कोई भारतीय महिला इनके संपर्क में आकर फंस जाती है तो आईएसआई जासूस उसका भारत या पाकिस्तान में कहीं भी होने पर महत्वपूर्ण सूचनाएं हासिल करते रहते हैं।
पिछले कुछ महीनों के दौरान कश्मीर और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों से इन महिलाओं की गिरफ्तारी हुई है जिसके बाद पाक सेना, आईएसआई की इस योजना खुलासा हुआ। इन पकड़ी गई महिलाओं ने भारतीय सेना के अधिकारियों को बताया है कि उन्हें भलीभांति पता था कि इंडिया जाकर उन्हें क्या और कैसा काम करना है?
इनके प्रशिक्षण के दौरान इस बात का खास ध्यान रखा जाता है कि ये जिन शहरों या जगहों पर रहें, वहां के बारे में सारी जानकारी उन्हें हासिल हो। साथ ही, अगर उन्हें शंका हो जाए कि वे भारतीय खुफिया बलों के हाथों में लग सकती हैं तो वे जहां तक संभव हो, वे नेपाल, बांग्लादेश के रास्ते से देश में निकलने की कोशिश करें।