नई दिल्ली। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को बड़ी राहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। इस मामले में अगली सुनवाई 6 दिसंबर को होगी।
परमबीर के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को जान का खतरा है इसलिए वे सामने नहीं आ रहे हैं। वे अगले 48 घंटों में पेश होने को तैयार है।
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले गुरुवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को अपना पता बताने का निर्देश देते हुए कहा कि 'जब तक हमें यह नहीं पता चल जाता कि आप कहां हैं तब तक कोई सुरक्षा नहीं दी जाएगी, कोई सुनवाई नहीं होगी।
मुंबई में एक मजिस्ट्रेट अदालत ने बुधवार को सिंह को उनके खिलाफ दर्ज वसूली मामले में भगोड़ा अपराधी घोषित किया। सिंह इस साल मई में आखिरी बार कार्यालय आए थे, जिसके बाद वह अवकाश पर चले गए। राज्य पुलिस ने बंबई उच्च न्यायालय को पिछले महीने बताया कि सिंह के बारे में उसके पास कोई जानकारी नहीं है।
वसूली मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने उन्हें भगोड़ा घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि आईपीएस अधिकारी को गैर जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद भी उनका पता नहीं चल सका है।