Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

क्या है पैराडाइज पेपर्स खुलासा, पढ़ें 10 जानने योग्य बातें...

हमें फॉलो करें क्या है पैराडाइज पेपर्स खुलासा, पढ़ें 10 जानने योग्य बातें...
पैराडाइस पेपर्स खुलासे के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। विदेशों में कालाधन रखने वाले भारत के भी 700 से ज्यादा अरबपतियों के नाम पैराडाइज पेपर्स खुलासे में सामने आए हैं। 
 
1. पैराडाइज पेपर्स खुलासा : करीब डेढ़ साल पहले खोजी पत्रकारिता के अंतरराष्ट्रीय समूह द इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट (ICIJ) ने पनामा की एक वित्तीय संस्था से कुछ पेपर लीक किए थे, जिनमें कालाधन रखने वाले दुनियाभर के बड़े लोगों के नाम सामने आए थे। इस खोजी पत्रकारिता के इसी संगठन ने कालेधन से जुड़े कुछ नए पेपर्स लीक किए हैं, जिन्हें पैराडाइज पेपर्स का नाम दिया गया है। पिछले एक साल से इन 67 देशों के 381 पत्रकार इन पेपर्स का अध्ययन कर रहे हैं।
 
2. सबसे बड़ा खुलासा : पनामा पेपर्स लीक के बाद पैराडाइज लीक दुनिया का सबसे बड़ा खुलासा है। इस बार लीक होने  वाले डाटा का साइज 14 टीबी (टेराबाइट) है जिसमें 13.4 मिलियन यानी एक करोड़ 30 लाख 40 हजार फाइलें हैं। इससे पहले पनामा पेपर्स में 6.8 मिलियन (करीब 70 लाख) फाइल्स लीक की गई थीं।
3. ये हैं कर चोरी के स्वर्ग : पैराडाइज पेपर्स में जिन टैक्स हैवन देशों से पेपर लीक किए गए हैं उनमें एंटीगुआ बरमूडा अरुबा, द बहामास, बारबाडोस, द केमैन आईलैंड, लेबुआन, लेबनान, माल्टा, समोआ, त्रिनिडाड और टोबैगो, वैनुआतू आदि  हैं।
 
4. 66 सालों का रिकॉर्ड : पैराडाइज में पेपर्स में दुनिया के हजारों अमीरों की 1950 से 2016 तक की आर्थिक गतिविधियों का रिकॉर्ड है। पैराडाइज पेपर्स का अध्ययन करने वालों ने लाखों करोड़ों की संख्‍या में दस्तावेजों को खंगाला है।
 
5. यहां से लीक हुआ डाटा : पैराडाइज पेपर्स का अधिकांश हिस्सा बरमुडा की लॉ फर्म एप्पलबी से लीक किया गया है। पैराडाइज पेपर्स में रूस के उस शख्स का भी नाम है जिसने ट्विटर और फेसबुक में बड़े पैमाने पर पैसा लगाया है।
 
6. यहां से दुनिया में पहुंची जानकारी : पैराडाइज पेपर्स सबसे पहले जर्मनी के अखबार स्यूडेडेश्स्क जितुंग (Suddeutsche Zeitung) के हाथ लगे। इस अखबार ने दुनिया की 95 अन्य मीडिया हाउसों की लीक्स फाइलें पहुंचाई।
 
7. 20 ज्यादा अंतरराष्ट्रीय कॉर्पोरेट संगठन : विदेशों में कालाधन छुपाने वालों में 20 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय कॉर्पोरेट संगठन और कंपनियों के भी नाम हैं जो लोगों का पैसा निवेश कराकर उनके धन की सुरक्षा और गोपनीयता उपलब्ध कराती हैं।
 
8. दुनिया के दिग्गज भी शामिल : इस लीक में दुनिया की बड़ी हस्तियों में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सहयोगी बिल्वर रॉस और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के दामाद किरिल शमालोव का नाम है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के निकट सहयोगी का भी इसमें नाम है। ब्रिटिश महारानी की करीब 1 करोड़ 30 लाख डॉलर की निजी धनराशि को केमैन द्वीप और बरमुडा में निवेश किया गया।  
 
9. भारत के 700 से ज्यादा नाम : पैराडाइज पेपर्स में भारत के 714 लोगों के नाम हैं जिनमें कई फिल्मी हस्तियां, नेता और उद्योगपति व कारोबारियों के नाम शामिल हैं। पैराडाइज पेपर्स में दुनिया के 120 से ज्यादा बड़े नेताओं के नाम हैं। इन लोगों में केन्द्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, अमिताभ बच्चन, सांसद आरके सिन्हा, संजय दत्त की पत्नी दिलनशीं उर्फ मान्यता दत्त और अन्य लोग हैं। हालांकि सही तथ्य जांच के बाद ही सामने आएंगे। 
 
10. भाजपा सरकार की साख पर बट्‍टा : इस खुलासे के बाद केन्द्र भाजपा सरकार की साख पर बट्‍टा लगना तय है, क्योंकि कालेधन के खिलाफ लड़ाई लड़ने का दावा करने वाली सरकार के मंत्री जयंत सिन्हा का ही नाम इस खुलासे में सामने आया है। इस सूची में कुछ कांग्रेसी नेताओं के नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं, ऐसे में यह मामला ज्यादा तूल पकड़ेगा, इसकी संभावना कम ही है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

नोएडा में महिला चला रही थी लुटेरों का गिरोह