Pandit Pradeep Mishra troubles increased: मध्य प्रदेश में सीहोर के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। दरअसल, उनके द्वारा राधारानी पर दिया गया बयान उनके लिए मुसीबत का कारण बन गया है। अब मथुरा के संतों और धर्माचार्यों ने मिश्रा को दंडित करने के लिए महापंचायत शुरू कर दी है।
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पंडित मिश्रा के बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मथुरा-वृंदावन के संत-धमाचार्यों ने पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ महापंचायत बुलाई है। इस महापंचायत में संत-महंत पंडित मिश्रा के लिए सजा का ऐलान करेंगे। कुछ समय पहले विरोध स्वरूप में इंदौर में मिश्रा का पुतला भी जलाया गया था। मिश्रा के बयान सबसे पहले प्रेमानंद महाराज ने आपत्ति जताई थी।
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राधा रानी पर क्या कहा प्रदीप मिश्रा ने : पंडित मिश्रा ने एक कथा के दौरान कहा था कि राधा बरसाना की रहने वाली नहीं थीं। वे रावल गांव की निवासी थीं। बरसाना में उनके पिता का दरबार था और वह साल में एक बार वहां जाती थीं। मिश्रा ने यह भी कहा कि राधा का नाम भगवान कृष्ण की रानियों में शामिल नहीं है। राधा के पति का नाम अनय घोष, उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था।
तुलसीदास को बताया गंवार : राधा रानी वाला मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था इसी बीच पंडित मिश्रा का एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास को गंवार बता दिया। वीडियो में पंडित मिश्रा कहते दिखाई दे रहे हैं कि हमें कुछ नहीं आता है, हम तो तुलसीदास जैसे गंवार हैं। हम केवल शिव का नाम ले लेते हैं और आपके सामने बैठ जाते हैं। हमें कुछ नहीं आता है। पंडित मिश्रा की इस टिप्पणी की भी संत-महंतों ने काफी आलोचना की थी।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala