Parliament security breech : 13 दिसंबर को सुरक्षा चूक की घटना के बाद संसद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लोकसभा सचिवालय ने सुरक्षा में चूक के मामले में 8 कर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए लोगों की पहचान रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र के रूप में की गई है। ये सभी सुरक्षा स्टॉफ में पदस्थ थे।
मकर द्वार से केवल सांसदों को ही संसद भवन में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। भवन में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों के जूते उतरवाकर भी उनकी गहन जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि संसद के बाहर और भीतर अब सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाएगी। कहा जा रहा है कि एंट्री गेट पर बॉड स्कैन मशीन लगाई जाएगी। संसद के अंदर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही दर्शक दीर्घा में कांच भी लगाया जा सकता है।
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से 2 लोग सदन के भीतर कूद गए और केन के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया।
इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली 'केन' लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। एक को हिरासत में लिया गया है और एक फरार है।
सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए 2 लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि 6 लोगों ने गुरुग्राम के एक फ्लैट में संसद में घुसपैठ का प्लान तैयार किया था।
Edited by : Nrapendra Gupta