पणजी। केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने बुधवार को कहा कि पतंजलि आयुर्वेद ने कंपनी की उस औषधि के बारे में अपनी रिपोर्ट आयुष मंत्रालय को सौंप दी है जो उसने इस दावे के साथ पेश की है कि इससे सात दिन में कोरोनावायरस का इलाज किया जा सकता है।
आयुष मंत्री ने कहा कि मंत्रालय रिपोर्ट पर गौर करेगा और उसके बाद कंपनी को औषधि के बारे में अंतिम अनुमति देने पर निर्णय करेगा।
नाइक नई दिल्ली से फोन पर पीटीआई से बात कर रहे थे। एक दिन पहले नाइक के मंत्रालय ने पतंजलि आयुर्वेद से कहा था कि वह इस औषधि में मौजूद विभिन्न जड़ी-बूटियों की मात्रा एवं अन्य ब्योरा यथाशीघ्र उपलब्ध कराए। मंत्रालय ने साथ ही कंपनी को इस विषय की जांच-पड़ताल होने तक इस उत्पाद का प्रचार भी बंद करने का आदेश दिया था।
उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने एक नई औषधि बनाई है। उन्होंने जो भी अनुसंधान किया है वह प्रमाणन के लिए आयुष मंत्रालय में आना चाहिए।
नाइक ने कहा कि हम इस बारे में तभी बोल पाएंगे जब हम दावों पर गौर करेंगे। मुझे बताया गया है कि उन्होंने (पतंजलि) एक रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी है। मंत्रालय रिपोर्ट पर गौर करेगा और अंतिम अनुमति उस पर गौर करने के बाद दी जाएगी।
पतंजलि आयुर्वेद ने 'कोरोनिल' दवा पेश करते हुए मंगलवार को दावा किया था कि उसने कोविड-19 का इलाज ढूंढ लिया है। कंपनी ने दावा किया था कि उसकी औषधि के कोविड-19 मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल के दौरान 100 प्रतिशत अनुकूल परिणाम आए, उन मरीजों को छोड़कर जो जीवनरक्षक उपकरणों पर हैं। (भाषा)