इंदौर। देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस की दहशत है। जहां सर्दी खांसी और बुखार के मामले बढ़े हैं, वहीं इंदौर में हाल ही में कोरोना संक्रमण के दो नए मरीज मिले हैं। जबकि एक मरीज सप्ताह भर पहले मिल चुका है। ऐसे में इंदौर में अब तक कोरोना के 3 मरीज हो गए हैं।
सर्दी खांसी की शिकायत के बाद डॉक्टर ने मरीजों को कोरोना टेस्ट कराने के लिए कहा था, जिसकी रिपोर्ट पाजेटिव पाई गई। दोनों पलासिया क्षेत्र में रहने वाले महिला पुरुष एक ही परिवार से है। दोनों हाल ही में मालदीव से लौटे थे। जहां तक इंदौर में इस महामारी से निपटने की बात है तो डॉक्टरों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले निर्देश मिले हैं, उसी हिसाब से तैयारी की गई है। स्टाफ को सतर्क रहने के लिए कहा है, अस्पतालों में पलंग बढाए जा रहे हैं। वहीं लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
होम आइसोलेशन में गए दो मरीज
मालदीव से लौटने के बाद कोरोना संक्रमण के दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। दोनों मरीज ए सिंटोमेटिक हैं। दोनों के सेंपल नए वेरिएंट की आशंका को देखते हुए जांच के लिए भोपाल एम्स भेजे गए है। तीन से चार दिन में रिपोर्ट आएगी।
कोरोना से पीडि़त 33 वर्षीय महिला होम आइसोलेशन में ठीक हो चुकी है, जबकि पति अभी होम आईसोलेशन में है। डाक्टरों ने परिवार के अन्य लोगों के सेंपल भी लिए है, ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
घबराएं नहीं, सतर्क रहें : स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि कोरोना को लेकर घबराने की जरुरत नहीं है, बस सतर्कता बरते और मास्क का इस्तेमाल करे। उधर फिर से कोरोना संक्रमित मिलने पर एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 18 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए रिर्जव रखने को कहा गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना की दो लहरों में इंदौर में दो लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके है, जबकि कोरोना के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 1472 है। इंदौर में कोरोना का एक्टिव मरीज फिलहाल एक है।
जीनोम सिक्वेंस की जांच के लिए भेजे सेंपल
एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन डॉ संजय दीक्षित ने वेबदुनिया को बताया कि इंदौर में कोरोना के दो नए मरीज मिले हैं, दोनों पलासिया क्षेत्र के हैं और मालदीव से इंदौर लौटे हैं। दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद उन्हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि जीनोम सिक्वेंस की जांच के लिए उनके सेंपल भेजे गए हैं। एक दो दिन में रिपोर्ट आएगी। हालांकि अभी यह नहीं कह सकते कि ये वही वैरिएंट है। सामान्य सर्दी खांसी का भी दौर है। इसलिए हमने जांचों की संख्या बढा दी है। उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, बस सतर्क रहना होगा।- डॉ संजय दीक्षित, डीन एमजीएम कॉलेज, इंदौर
Report and edited by navin rangiyal