नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडन के साथ ऑनलाइन बैठक करेंगे। दोनों नेता इस दौरान मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने के साथ ही दक्षिण एशिया, हिंद-प्रशांत के हालिया घटनाक्रम और पारस्परिक हित के वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। विदेश मंत्रालय ने इस ऑनलाइन बैठक के बारे में घोषणा रविवार को की।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन बैठक के दौरान मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने के साथ ही दक्षिण एशिया, हिन्द-प्रशांत के हालिया घटनाक्रम और पारस्परिक हित के वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
बयान में कहा गया है कि ऑनलाइन बैठक दोनों पक्षों को द्विपक्षीय व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से अपने नियमित और उच्च स्तरीय संपर्क को जारी रखने में सक्षम बनाएगी।
दोनों नेताओं के बीच यह ऑनलाइन बैठक सोमवार को वॉशिंगटन में भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता के चौथे सत्र से पहले होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ 11 अप्रैल को वाशिंगटन में इस वार्ता के चौथे सत्र के तहत बातचीत करेंगे।
भारत करे विरोध : व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस बात का दबाव बनाएंगे कि वह यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर कड़ा रुख अपनाएं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच सोमवार को डिजिटल तरीके से एक बैठक होनी है।
युद्ध पर भारत के तटस्थ रुख को लेकर अमेरिका में चिंताएं उत्पन्न हुई हैं। हालांकि रूस ने भारत के रुख की सराहना की है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस महीने भारत की तारीफ करते हुए कहा था कि भारत ने पूरी स्थिति को समग्र तरीके से समझा है।
साकी ने एक बयान में कहा कि बाइडन इस बात पर चर्चा करेंगे कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण किस तरह दुनियाभर में खाद्य आपूर्ति और बाजार अस्थिर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि साथ ही बाइडन वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत पर भी बात करेंगे।