नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अजमेर से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आजादी के बाद रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमेशा राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा। राजनीतिक स्वार्थ को देख कर ही तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा, राजनीतिक स्वार्थ ने ही ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा करवाई जो कभी चली ही नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हालत यह थी कि गरीब की जमीन छीन कर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया। रेलवे की सुरक्षा... स्वच्छता सबकुछ को नजरअंदाज कर दिया गया था। इन सारी व्यवस्थाओं में बदलाव वर्ष 2014 के बाद आना शुरू हुआ।
पीएम मोदी ने वर्ष 2014 से पहले की तुलना में राजस्थान के रेल बजट में 14 गुना की बढ़ोतरी की गई है। रेलवे में गेज परिवर्तन और दोहरीकरण के जो काम बीते वर्षों में हुए हैं उनका लाभ राजस्थान के जनजातीय क्षेत्रों को भी हुआ है। रेलवे लाइनों के साथ साथ रेलवे स्टेशनों का भी कायाकल्प किया जा रहा है।
पर्यटकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए सरकार अलग अलग तरह की सर्किट ट्रेनों का भी संचालन कर रही है। भारत गौरव सर्किट ट्रेन अब तक 70 से ज्यादा ट्रिप लगा चुकी है।
उन्होंने कहा कि मां भारती की वंदना करने वाली राजस्थान की धरती को आज पहली 'वंदे भारत' ट्रेन मिल रही है। दिल्ली कैंट-अजमेर वंदे भारत एक्प्रेस से जयपुर-दिल्ली आना जाना अब और आसान हो जाएगा। यह ट्रेन राजस्थान की पर्यटन इंडस्ट्री को भी बहुत मदद करेगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस 'India First, Always First' की भावना को समृद्ध करती है। मुझे खुशी है कि वंदे भारत ट्रेन आज विकास, आधुनिकता, आत्मनिर्भरता और स्थिरता का पर्याय बन चुकी है। आज की वंदे भारत की यात्रा कल हमें विकसित भारत की यात्रा की ओर ले जाएगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी लगभग 1,400 किलोमीटर सड़कों पर काम कर रही है। हमारी सरकार रोड के साथ ही राजस्थान में रेल कनक्टिविटी को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।