शिमला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सस्ती हवाई यात्रा वाली क्षेत्रीय संपर्क योजना 'उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक) की पहली फ्लाइट को आज यहां हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए कहा कि टीयर-2 और टीयर-3 शहर देश के विकास के इंजन बन रहे हैं तथा देश के मध्य वर्ग का जीवन बदल रहा है।
मोदी ने एयर इंडिया की इकाई एलाइंस एयर की शिमला-दिल्ली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पानी के बौछारों की पारंपरिक सलामी लेता हुआ विमान दिल्ली के लिए रवाना हुआ। पहली फ्लाइट में 12 यात्री सवार थे। इसके अलावा मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ट्रूजेट की कडप्पा-हैदराबाद और नांदेड-हैदराबाद फ्लाइटों को भी हरी झंडी दिखाई।
उड़ान के तहत दूरी के हिसाब से सरकार ने अधिकतम किराया तय कर दिया है। लगभग एक घंटे की फ्लाइट यानी 500 किलोमीटर के लिए अधिकतम किराया ढाई हजार रुपए तय किया गया है। सस्ते किराये के कारण एयरलाइंस को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) कोष बनाया गया है। इस कोष के लिए धन मुख्य मार्गों पर अतिरिक्त प्रभार लगाकर जुटाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि मध्यम वर्ग का जीवन बदल रहा है और उनकी अपेक्षाएं बढ़ रही हैं। यदि उचित मौका मिले तो वे चमत्कार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। उड़ान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय था जब हवाई यात्रा चुनिंदा लोगों के वश की हुआ करती थीं लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि टीयर-2 और टीयर-3 के शहर विकास के इंजन बन रहे हैं और उनके बीच हवाई संपर्क बढ़ने से उन्हें लाभ होगा। 'उड़ान' योजना से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। (भाषा)