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92 साल के हुए लालकृष्‍ण आडवाणी, मोदी बोले- इसलिए याद रखेगा भारत

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, शुक्रवार, 8 नवंबर 2019 (12:49 IST)
नई दिल्ली। वरिष्‍ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी के 92वें जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उनके योगदान को याद किया और कहा कि उन्होंने पार्टी को भारतीय राजनीति का एक प्रभावशाली स्तंभ बनाया। उन्होंने कहा कि विद्वान, कुशल राजनेता और सर्वाधिक सम्मानित नेताओं में से एक..., नागरिकों को सशक्त बनाने में लाल कृष्ण आडवाणी जी के विशिष्ट योगदान को भारत हमेशा याद रखेगा।
 
प्रधानमंत्री भाजपा के वरिष्ठ नेता से मुलाकात करने उनके घर गए और कहा कि आडवाणी ने बुनियादी विचारधारा से कभी कोई समझौता नहीं किया।
 
प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, 'विद्वान, कुशल राजनेता और सर्वाधिक सम्मानित नेताओं में से एक..., नागरिकों को सशक्त बनाने में लाल कृष्ण आडवाणी जी के विशिष्ट योगदान को भारत हमेशा याद रखेगा।'
 
आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने भाजपा को आकार देने और मजबूत बनाने के लिए कई दशकों तक कठिन संघर्ष किया। बीते वर्षों में हमारी पार्टी भारतीय राजनीति के एक प्रभावशाली स्तंभ के तौर पर उभरी है तो इसका श्रेय आडवाणी जी जैसे नेताओं और उनके द्वारा दशकों तक तैयार किए गए नि:स्वार्थ भाव से काम करने वाले कार्यकर्ताओं को जाता है।
 
उन्होंने कहा कि आडवाणी ने बुनियादी विचारधारा से कभी कोई समझौता नहीं किया। जब भी लोकतंत्र की रक्षा की बात आई तो वह सबसे आगे रहे। मंत्री के तौर पर उनके प्रशासनिक कौशल को वैश्विक स्तर पर सराहा गया।
 
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह एवं कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आडवाणी के 27 पृथ्वीराज रोड स्थित आवास पर जा कर उन्हें बधाई दी। आडवाणी ने द्वार पर आकर मोदी की अगवानी की।
 
प्रधानमंत्री के पहुंचने से पहले ही शाह एवं नड्डा वहां मौजूद थे। बाद में नायडू आए। आडवाणी की पुत्री प्रतिभा आडवाणी एवं निजी सचिव दीपक चोपड़ा ने नायडू की अगवानी की।
 
कराची में जन्मे थे आडवाणी : एलके आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ था। वह 1941 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए और विभाजन के पश्चात भारत में आ गए। वह 1952 में भारतीय जनसंघ में शामिल हुए और 1970 में इसके अध्यक्ष बने।
 
आडवाणी 1970 से 1989 तक राज्यसभा के सदस्य रहे और 1989 में नई दिल्ली से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए। वह 1986 से 1991 तथा 1993 से 1998 के बीच भाजपा के अध्यक्ष रहे। इस दौरान अयोध्या के रामजन्म भूमि मंदिर आंदोलन में पार्टी को भागीदार बनाकर भाजपा को अभूतपूर्व विस्तार दिया। वह 1998 में भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार में गृहमंत्री और फिर उपप्रधानमंत्री बने।
 
अमित शाह और नीतीश कुमार ने भी दी बधाई : अमित शाह ने गृह मंत्री अमित शाह ने भी राष्ट्र के प्रति आडवाणी के समर्पण की प्रशंसा की और कहा कि उनके नेतृत्व, अथक काम करने की उनकी क्षमता और संगठनात्मक कौशल ने भाजपा को एक राष्ट्रीय दल बनाया।
 
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आडवाणी को उनके जन्मदिन पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। कुमार ने अपने शुभकामना संदेश में लालकृष्ण आडवाणी के स्वस्थ एवं दीघार्यु जीवन की कामना की है।

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