शिमला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को शिमला में सरकार के 8 साल पूरा होने पर जश्न मनाया। भव्य रोड शो के बाद उन्होंने एक सभा को संबोधित किया। इसमें उन्होंने सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। इस अवसर पर उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि की 8वीं किस्त भी जारी की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम आवास योजना हो, स्कॉलरशिप देना हो या फिर पेंशन योजनाएं, टेक्नोलॉजी की मदद से हमने भ्रष्टाचार का स्कोप कम से कम कर दिया है। जिन समस्याओं को पहले परमनेंट मान लिया गया था, हम उसका स्थायी हल देने का प्रयास कर रहे हैं।
2014 से पहले देश की सुरक्षा को लेकर चिंता थी, आज सर्जिकल स्ट्राइक-एयर स्ट्राइक का गर्व है। आज हमारी सीमा पहले से ज्यादा सुरक्षित है। 2014 से पहले की सरकार ने भ्रष्टाचार को सिस्टम का जरूरी हिस्सा मान लिया था। तब की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने की बजाय उसके आगे घुटने टेक चुकी थी, तब देश देख रहा था कि योजनाओं का पैसा जरूरतमंद तक पहुंचने के पहले ही लुट जाता है।
आज चर्चा जन-धन खातों से मिलने वाले फायदों की हो रही है, जनधन-आधार और मोबाइल से बनी त्रिशक्ति की हो रही है। पहले रसोई में धुआं सहने की मजबूरी थी, आज उज्ज्वला योजना से सिलेंडर पाने की सहूलियत है।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी देश के करोड़ों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर हो गया, पैसा उनको मिल भी गया। आज मुझे शिमला की धरती से देश के 10 करोड़ से भी ज्यादा किसानों के खाते में पैसे पहुंचाने का सौभाग्य मिला है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया था, ऐसे बच्चों का जिम्मा संभालने का अवसर मुझे मिला है। ऐसे हजारों बच्चों की देखभाल का निर्णय हमारी सरकार ने किया, कल उन्हें मैंने कुछ पैसे भी चेक के माध्यम से भेज दिए।
130 करोड़ भारतीयों के सेवक के तौर पर काम करने का मुझे आप सभी ने अवसर दिया, मुझे सौभाग्य मिला। आज मैं कुछ कर पाता हूं, दिन रात दौड़ पाता हूं तो ये मत सोचिए कि ये मोदी करता है, ये मत सोचिए कि मोदी दौड़ता है, ये सब तो देशवासियों की कृपा से हो रहा है।
एक परिवार के सदस्य के नाते, परिवार की आशा-आकांक्षा से जुड़ना, 130 करोड़ देशवासियों का परिवार ये ही सब कुछ है मेरी जिंदगी में। आप ही हैं सब कुछ मेरी जिंदगी में और ये जिंदगी भी आप ही के लिए है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये हमारी ही सरकार है जिसने चार दशकों के इंतजार के बाद वन रैंक वन पेंशन को लागू किया, हमारे पूर्व सैनिकों को एरियर का पैसा दिया। इसका बहुत बड़ा लाभ हिमाचल के हर परिवार को हुआ है।