लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ पहुंचकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार किए जाने वाले कल्याण सिंह के रविवार को अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मोदी रविवार पूर्वाह्न लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित सिंह के आवास पहुंचे, जहां उनका पार्थिव शरीर रखा गया है। प्रधानमंत्री ने सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने कल्याण सिंह के परिजन से मुलाकात कर उनके प्रति संवेदना प्रकट की। मोदी ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा कि कल्याण सिंह ने अपने नाम को सार्थक किया और जीवन भर लोगों के लिए काम करते हुए जनकल्याण को हमेशा प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह जनसामान्य के लिए प्रेरणा का प्रतीक बने। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कल्याण सिंह के आदर्शों और संकल्पों से प्रेरणा लेकर अधिक से अधिक पुरुषार्थ करें और उनके सपनों को पूरा करने की कोशिश में कोई कमी ना रखें।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम कल्याण सिंह जी को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके परिवार को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति दें। यहां के मूल्यों, आदर्शों, संस्कृतियों और परंपराओं में विश्वास करने वाले हर दु:खी जन को प्रभु राम ढांढस दें, मैं यही प्रार्थना करता हूं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई (संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान) में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। वह पिछले काफी समय से बीमार थे।
पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लोक भवन और प्रदेश भाजपा कार्यालय में भी रखा जाएगा। उसके बाद उसे अलीगढ़ ले जाया जाएगा।
कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार थे और छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस घटना के बाद सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।