गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में बाढ़ के कारण पैदा हुए हालात से निपटने के लिए रविवार को राज्य को हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। असम के 33 जिलों में से 26 जिलों में 27 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और कई स्थानों पर मकान, फसलें, सड़क एवं पुल तबाह हो गए। बाढ़ के कारण इस साल अब तक 81 लोगों की मौत हो चुकी है।
मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बाढ़ संबंधी हालात को लेकर चर्चा की। उन्होंने कोविड-19 संबंधी स्थिति और ऑयल इंडिया के बागजान गैस कुएं में आग बुझाने के जारी प्रयासों की भी जानकारी ली।
सोनोवाल ने ट्वीट किया, ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह फोन पर बातचीत करके असम में बाढ़, कोविड-19 संबंधी हालात और बागजान तेल कुएं में आग संबंधी स्थिति की जानकारी ली।‘
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने राज्य के प्रति चिंता एवं लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की और हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।‘
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि सोनोवाल ने लोगों के सामने आ रही समस्याओं से निपटने के लिए राज्य में अब तक उठाए गए कदमों के बारे में मोदी को सूचित किया।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सुबह अपने बुलिटेन में बताया कि इस वर्ष बाढ़ और भूस्खलन से राज्य में 107 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 81 लोगों की मौत बाढ़ संबंधी घटनाओं और 26 लोगों की मौत भूस्खलनों के कारण हुई।
असम में कोरोना वायरस संक्रमण के 22,981 मामले सामने आ चुके है। इनमें से केवल गुवाहाटी शहर में 10,503 मामले सामने आए हैं। राज्य में संक्रमण के कारण 53 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच, असम में ऑयल इंडिया लिमिटेड के क्षतिग्रस्त बागजान गैस कुएं से पिछले 54 दिन से अनियंत्रित तरीके से गैस रिसाव हो रहा है। इसमें नौ जून को आग लग गई थी। (भाषा)