नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन से मंगलवार को फोन पर बात की। दोनों देशों के नेताओं ने इस दौरान द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता जताई और कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को लेकर साझा प्राथमिकताओं और चुनौतियों पर चर्चा की।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में बिडेन की जीत के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बातचीत है।
मोदी ने ट्वीट किया, 'अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बात करके उन्हें बधाई दी। हमने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई और कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग पर साझा प्राथमिकताओं और चुनौतियों पर चर्चा की।'
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की निर्वाचित उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को भी बधाई दी। उन्होंने कहा, 'उनकी सफलता भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व और प्रेरणा की बात है। यह समुदाय भारत-अमेरिका सबंधों की मजबूती का महत्वपूर्ण स्रोत है।'
2 बार मिले हैं मोदी और बिडेन : प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मोदी ने बिडेन को चुनाव में जीत की बधाई दी और इसे अमेरिका की लोकतांत्रिक परंपरा की मजबूती का द्योतक करार दिया।
बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 और 2016 में अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के दौरान बिडेन के साथ हुई मुलाकात को याद किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि 2016 में जब मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया था तब उसकी अध्यक्षता बिडेन ने की थी।
दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका समग्र वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को विस्तार देने का लिए मिलकर काम करने के प्रति सहमति जताई।
दोनों नेताओं ने कोविड-19 की रोकथाम, किफायती टीके की उपलब्धता को बढ़ावा देने, जलवायु परिवर्तन और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की।
मुलाकात पर क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर : मोदी और बिडेन के बीच बातचीत से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विश्वास जताया कि बिडेन प्रशासन में भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और अधिक विस्तार मिलेगा।
जयशंकर ने कहा कि अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति बिडेन उस कालखंड के गवाह रहे हैं जब दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में बड़ा परिवर्तन आया था।
बिडेन जब 1970 के दशक में सीनेट के सदस्य थे, तभी से वह भारत और अमेरिका बीच संबंध प्रगाढ़ करने के समर्थक रहे हैं। उन्होंने 2008 में द्विपक्षीय असैन्य परमाणु समझौते को सीनेट से मंजूरी दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी।
इस समझौते ने विश्व के दो बड़े लोकतांत्रिक देशों के बीच रिश्ते को प्रगाढ़ करने के लिए मजबूत आधारशिला रखी थी।
बराक ओबामा के राष्ट्रपति रहते हुए भारत और अमेरिका के मध्य रणनीतिक और रक्षा संबंधों में उल्लेखनीय विस्तार हुआ था और उप राष्ट्रपति रहते हुए बिडेन ने उसमें अहम भूमिका निभाई थी। अपने चुनाव अभियान के दौरान बिडेन ने अमेरिका और भारत की साझेदारी के प्रति अपने दृष्टिकोण की चर्चा की थी।