PM narendra modi interacted with Group Captain Shubhanshu Shukla : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मौजूद ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से बातचीत की है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने यह जानकारी दी। शुक्ला ने बुधवार को तीन अन्य अंतरिक्षयात्रियों के साथ एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित वाणिज्यिक मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) का सफर शुरू करके इतिहास रचा।
राकेश शर्मा के रूसी अंतरिक्ष यान से उड़ान भरने के बाद 41 वर्षों में यह किसी भारतीय अंतरिक्ष यात्री की पहली अंतरिक्ष यात्रा है। शुभांशु शुक्ला ने कहा कि आपसे बात करते वक्त मैंने अपने पैर बांध रखे हैं क्योंकि यहां जीरो ग्रेविटी है, ऐसा नहीं करूंगा तो उड़ने लगूंगा।
पीएम मोदी ने शुभांशु से पूछा कि अंतरिक्ष की विशालता देखकर पहला ख्याल क्या आया। इस पर शुभांशु ने कहा कि पहला ख्याल ये आया कि बाहर से कोई बॉर्डर दिखाई नहीं देता। शुभांशु ने कहा कि यह मेरी अंतरिक्ष यात्रा नहीं, पूरे देश की यात्रा है।
गाजर का हलवा साथियों को खिलाया या नहीं
शुभांशु शुक्ला से पीएम मोदी ने उनसे पूछा कि क्या जो गाजर का हलवा आप अपने साथ ले गए हैं वो अपने साथियों को खिलाया? उस पर उन्होंने कहा कि 'हां, मैं गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम रस लाया। मैं चाहता था कि दूसरे देशों से मेरे साथ आए सभी लोग समृद्ध भारतीय पाककला का आनंद लें। हम सभी ने इसे एक साथ खाया और सभी को यह पसंद आया। अब देखना है कि कब तक वे लोग नीचे आएंगे और हमारे देश आकर इन पकवानों का स्वाद ले सकेंगे।'
ट्रेनिंग के बारे में पूछे सवाल
शुभांशु शुक्ला से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने उनसे अंतरिक्ष की परिस्थितियों और उनके साथ तालमेल बिठाने के तरीके के बारे में पूछा। इसके जवाब में शुक्ला ने कहा, 'यहां सब कुछ अलग है। हमने एक साल तक ट्रेनिंग की और अलग-अलग सिस्टम के बारे में सीखा। लेकिन यहां आने के बाद सब कुछ बदल गया। यहां छोटी-छोटी चीजें भी अलग हैं क्योंकि अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं है।
अनुभव आएगा काम
यहां सोना एक बड़ी चुनौती है। इस माहौल में ढलने में थोड़ा समय लगता है। मिशन गगनयान को आगे बढ़ाने पर चर्चाग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमें मिशन गगनयान को आगे बढ़ाना है। हमें अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाना है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर उतरे। आपके अनुभव भविष्य के सभी मिशनों में अहम भूमिका निभाएंगे। मुझे विश्वास है कि आप अपने अनुभव के हर हिस्से को लगन से रिकॉर्ड कर रहे हैं।
शुभांशु ने बताया कैसा दिखता है भारत
शुभांशु शुक्ला ने यह भी बताया कि जब हमने पहली बार भारत को देखा तो पाया कि भारत बहुत भव्य, बहुत बड़ा, नक्शे पर जो हम देखते हैं, उससे कहीं अधिक बड़ा दिखता है। जब हम पृथ्वी को बाहर से देखते हैं, तो ऐसा लगता है कि कोई सीमा मौजूद नहीं है। कोई राज्य मौजूद नहीं है और कोई देश मौजूद नहीं है। हम सभी मानवता का हिस्सा हैं और पृथ्वी हमारा एक घर है।
एक्सिओम मिशन 4 पर शुभांशु
भारतीय वायुसेना में एक स्क्वाड्रन का नेतृत्व करने वाले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला वर्तमान में एक्सिओम मिशन 4 पर हैं और वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं। वे 1984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। भारतीय वायुसेना के पूर्व अधिकारी एवं प्रथम भारतीय अंतरिक्ष यात्री विंग कमांडर राकेश शर्मा ने सोवियत इंटरकोसमोस के साथ 03 अप्रैल 1984 को सोयुज़ टी-11 में पृथ्वी के बाहर उड़ान भरी थी। Edited by : Sudhir Sharma