नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वाराणसी में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस लंबे सफर में एमवी गंगा विलास क्रूज पटना, साहिबगंज, कोलकाता, ढाका और गुवाहाटी जैसे 50 पर्यटक स्थलों से होकर गुजरेगा। इसका सफर 13 जनवरी को वाराणसी से शुरू होगा और इसके 1 मार्च को अपने गंतव्य डिब्रूगढ़ पहुंचने की संभावना है। यह करीब 27 नदियों से गुजरेगा।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक नदी में चलने वाला क्रूज जहाज एमवी गंगा विलास शुक्रवार को वाराणसी से अपने पहले सफर पर रवाना होगा। इस दौरान वह 3,200 किलोमीटर से अधिक लंबा सफर तय करेगा। यह क्रूज भारत एवं बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदी प्रणालियों के रास्ते अपनी मंजिल पर पहुंचेगा।
बयान के मुताबिक, वाराणसी में गंगा नदी पर होने वाली मशहूर गंगा आरती के साथ यह क्रूज अपने सफर पर निकलेगा। इस सफर में वह प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थस्थल सारनाथ, तंत्र गतिविधियों के लिए मशहूर मायोंग और नदी में बने द्वीप माजुली भी जाएगा। क्रूज के इस पहले सफर में स्विट्जरलैंड के 32 सैलानी शामिल होंगे।
केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि एमवी गंगा विलास का उद्घाटन होने के साथ ही भारत नदियों से क्रूज सफर के वैश्विक मानचित्र का हिस्सा बन जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे देश में नदी पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाओं का द्वार खुलेगा।
फिलहाल देश में वाराणसी और कोलकाता के बीच आठ रिवर क्रूज संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा दूसरे राष्ट्रीय जलमार्ग (ब्रह्मपुत्र नदी) पर भी क्रूज का आवागमन जारी है। भाषा Edited By : Sudhir Sharma Photo Courtesy: Twitter