नई दिल्ली। सीबीआई ने पीएनबी में हुए 11400 करोड़ के महाघोटाले में बड़ी भूमिका निभाने वाले बैंक के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी समेत तीन लोगों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने मोदी, उसकी कंपनियों और रिश्तेदार मेहुल चोकसी के खिलाफ 31 जनवरी को दर्ज की गई अपनी प्राथमिकी के संबंध में तत्कालीन उप प्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी (अब सेवानिवृत्त), एकल खिड़की संचालक मनोज खराट और हेमंत भट्ट को हिरासत में लिया है।
इस प्राथमिकी में करीब 280 करोड़ रुपए के फर्जी लेन-देन के आठ मामले दर्ज हैं लेकिन बैंक से आगे प्राप्त हुई शिकायतों के आधार पर सीबीआई ने कहा है कि पहली प्राथमिकी में अब करीब 6,498 करोड़ रुपए की राशि की जांच की जाएगी जो शेट्टी और खराट द्वारा कथित तौर पर फर्जी तरीके से 150 साख पत्र (लेओयू) जारी करने से जुड़ी है।
अधिकारियों ने बताया कि गीतांजलि कंपनी समूह के लिए जारी किए गए करीब 4,886 करोड़ रुपये के शेष 150 साखपत्र दूसरी प्राथमिकी का हिस्सा हैं। यह दूसरी प्राथमिकी चोकसी और उसकी कंपनियां गीतांजलि जेम्स, नक्षत्र ब्रांड्स और गिली के खिलाफ शुक्रवार को दर्ज की गई थी। ये सभी साखपत्र वर्ष 2017-18 के दौरान जारी या नवीकृत किए गए हैं।
गोकुलनाथ शेट्टी पर ही स्विफ्ट मेसेजिंग सिस्टम का दुरुपयोग कर एलओयू जारी करने का आरोप है। एलओयू वह पत्र है जिसके आधार पर एक बैंक द्वारा अन्य बैंकों को एक तरह से गारंटी पत्र उपलब्ध कराया जाता है जिसके आधार पर विदेशी शाखाएं ऋण की पेशकश करती हैं। विदेशी बैंक शाखाएं भी जांच के घेरे में हैं। पीएनबी घोटाले में 18 कर्मचारियों को निलंबित कर चुका है।
वहीं पंजाब नेशनल बैंक की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने कल नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ नये सिरे से प्राथमिकी दर्ज कर उनका पता लगाने के लिए इंटरपोल से संपर्क किया।
इस मामले में विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी का पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से चार हफ्तों के लिए निलंबित कर दिया। हालांकि मंत्रालय को यह जानकारी नहीं है कि नीरव अभी कहां हैं।