नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने मंगलवार को प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों से कहा कि उन्हें एक ‘अनुशासित बल’ की तरह व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि वह काम पर लौट जाएं।
पटनायक ने कहा कि दिल्ली पुलिस के लिए यह परीक्षा, अपेक्षा और प्रतीक्षा की घड़ी है। पुलिस प्रमुख आईटीओ पर पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। पुलिसकर्मी सोमवार को साकेत अदालत के बाहर वकीलों द्वारा अपने एक साथी पर हमले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।
पटनायक ने कहा कि उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही कहा कि हमें एक अनुशासित बल की तरह व्यवहार करना होगा। सरकार और जनता हमसे कानून व्यवस्था को कायम रखने की उम्मीद रखती है, यह हमारी एक बड़ी जिम्मेदारी है। मैं अनुरोध करता हूं कि आप लोग काम पर लौट जाएं।
पुलिस वर्दी में हम इंसान हैं : वकीलों के साथ झड़प के दौरान पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के विरोध में मंगलवार को सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने यहां पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिसकर्मियों ने तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था, ‘पुलिस वर्दी में हम इंसान हैं’ और ‘रक्षा करने वालों को सुरक्षा की जरूरत’।
पुलिसकर्मी आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हुए और उन्होंने अपने वरिष्ठों से अनुरोध किया कि वर्दी का सम्मान बचाने की खातिर वे उनके साथ खड़े रहें। पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) ईश सिंघल ने प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या पर ध्यान दिया जाएगा।
बेकार नहीं जाएगा प्रदर्शन : सिंघल ने कहा कि आपकी चिंता और नाराजगी के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को बताया गया है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि यहां आपका प्रदर्शन बेकार नहीं जाएगा। साकेत अदालत के बाहर सोमवार को वकीलों ने ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी थी।
घटना के एक वीडियो में, वकील बाइक पर सवार एक पुलिसकर्मी को पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। वकीलों में से एक को पुलिसकर्मी को थप्पड़ मारते भी देखा गया। जब पुलिसकर्मी घटनास्थल से जा रहे थे, तब वकील ने उसके हेलमेट को उसकी बाइक पर दे मारा।
गौरतलब है कि शनिवार को यहां तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान कम से कम 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए थे। कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई या उनमें आग लगा दी गई।
सियासत भी शुरू : कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस का सड़कों पर प्रदर्शन करना भारत के लिए स्वतंत्रता के 72 वर्षों में एक ‘नई गिरावट’ है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि क्या यह है भाजपा का ‘नया भारत’। उन्होंने पूछा कि सत्तारूढ़ दल देश को कहां ले जा रहा है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस का प्रदर्शन- 72 वर्षों में यह एक नई गिरावट है।
उन्होंने आगे लिखा कि क्या यह है भाजपा का ‘नया भारत’? भाजपा देश को कहां ले जाएगी? भारत के गृहमंत्री श्रीमान अमित शाह कहां हैं? पार्टी के प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा कि यह अभूतपूर्व है। अगर कानून प्रवर्तन एजेंसियां ही सड़कों पर उतर आई हैं तो आम आदमी का क्या होगा? उन्होंने कहा कि जब भी भाजपा सत्ता में होती है तो ऐसी घटनाएं होती हैं।