बिहार में सियासी भूचाल के संकेत मिल रहे हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर से अपनी राजनीतिक पारी बदल सकते हैं। उनके कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी संपर्क करने की बात कही जा रही है।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से बिहार में सियासी घटनाक्रम कुछ ऐसा ही संकेत दे रहे हैं। जेडीयू ने 11 अगस्त को अपने सभी सांसद और विधायकों को पटना बुलाया है। जेडीयू के सभी विधायकों और विधान पार्षदों को मंगलवार को बैठक के लिए बुलाया गया है। आरजेडी की ओर से कल यानी मंगलवार की सुबह 9 बजे राबड़ी आवास में बैठक बुलाई गई है। इसमें पार्टी के सभी विधायकों मौजूद रहेंगे। वहीं, बिहार कांग्रेस ने सभी विधायकों को आज शाम तक पटना पहुंचने के लिए कहा है।
चर्चा यहां तक पहुंच गई है कि नीतीश की पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन खत्म कर सकती है। दरअसल कहा जा रहा है कि सीएम नीतीश चाहते हैं कि विजय कुमार सिन्हा को बिहार विधानसभा सभा अध्यक्ष पद से हटाया जाए। सिन्हा को लेकर नीतीश कई बार अपनी नाराजगी जता चुके हैं। सीएम का आरोप है कि उनकी सरकार के खिलाफ सवाल उठाकर स्पीकर संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश इस बात को लेकर भी नाराज चल रहे हैं कि JD(U) के केवल एक नेता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह ऑफर की गई। बिहार में कैबिनेट विस्तार के दौरान नीतीश ने अपनी पार्टी के 8 नेताओं को मंत्रीपद दिया, जबकि महज एक सीट बीजेपी के लिए खाली रखी गई। इसके साथ ही कुछ और मुद्दों को लेकर नीतीश की नाराजगी बताई जा रही है। ऐसे में बिहार में अगले 48 घंटे बेहद अहम है। बैठकों के दौर के बाद कुछ कोई बडी उठापटक संभव है।