नई दिल्ली। जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर शनिवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और वरिष्ठ नेताओं के समक्ष पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई और अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति का खाका पेश किया। प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस को लगभग 370 लोकसभा सीट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल एवं तमिलनाडु में गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया है कि उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे कुछ राज्यों में कांग्रेस को नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी चाहिए और इन प्रदेशों में गठबंधन से परहेज करना चाहिए।
कांग्रेस नेताओं के साथ प्रशांत किशोर की बैठक के बाद पार्टी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष को 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर विस्तृत प्रस्तुति दी। जो योजना उन्होंने सामने रखी है, उस पर पार्टी का एक समूह विचार करेगा और एक सप्ताह के भीतर कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। इसके बाद इस पर अंतिम फैसला होगा।
यह पूछे जाने पर कि किशोर किस भूमिका में कांग्रेस के लिए काम करेंगे, तो वेणुगोपाल ने कहा कि सारी जानकारी एक सप्ताह में सामने आ जाएगी।
बैठक में सोनिया गांधी के अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, के.सी. वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, मल्लिकार्जुन खड़गे और कुछ अन्य नेता शामिल हुए।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, किशोर ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष कहा कि वह किसी अकांक्षा के बिना कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हैं और वह कुछ नहीं चाहते हैं, लेकिन उनकी योजना पर अमल होना चाहिए, ताकि कांग्रेस जमीनी स्तर पर मजबूत हो सके।
किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति का जो खाका रखा है उसमें कांग्रेस की मीडिया रणनीति में बदलाव करने, संगठन को मजबूत करने और उन राज्यों में विशेष ध्यान देने पर जोर दिया गया है, जहां कांग्रेस भाजपा के सीधे मुकाबले में है।
चुनावी रणनीतिकार के रूप में कैसा रहा करियर : प्रशांत पिछले करीब एक दशक से चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम कर रहे हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के सफल चुनावी अभियान के बाद किशोर सुर्खियों में आए थे। उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजद-जद(यू)-कांग्रेस के महागठबंधन की चुनावी जीत में अहम भूमिका निभाई।
इसके बाद उन्होंने 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, 2019 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, तथा 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रमुक के लिए काम किया। इन चुनाव अभियानों में भी वह सफल रहे।
हालांकि, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए बतौर चुनावी रणनीतिकार उन्हें कामयाबी नहीं मिली थी। (भाषा)