लखनऊ। योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय संगठन के बीच की दरार उत्तर प्रदेश में साफतौर पर दिखने लगी है।जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पार्टी के अंदर किसी भी प्रकार के मतभेद न होने की बात कर रहे हैं, तो वहीं सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी साफतौर पर 2 धड़े में बैठी हुई नजर आ रही है।पार्टी का एक धड़ा योगी के साथ खड़ा हुआ है तो दूसरा धड़ा योगी की खिलाफत करने में जुटा हुआ है। जिसके चलते प्रदेश संगठन व केंद्र संगठन के बीच मतभेद साफतौर पर दिखाई पड़ रहा है।
एक वक्त तक उत्तर प्रदेश में हर जगह योगी के साथ मोदी नजर आते थे लेकिन इस समय ऐसा दिखाई नहीं पड़ रहा है और इसका जीता जाता उदाहरण उत्तर प्रदेश के बीजेपी के टि्वटर अकाउंट पर देखने को मिल रहा है। जहां पर योगी आदित्यनाथ की फोटो तो नजर आ रही है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तस्वीर से गायब हैं।\
उत्तर प्रदेश में बीजेपी के टि्वटर हैंडल्स पर जो बैनर लगा है, उसमें योगी आदित्यनाथ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा की तस्वीरें लगी हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की भी तस्वीर गायब हो गई है, जबकि पहले ऐसा नहीं था।
वहीं अन्य बीजेपी शासित सूबों के टि्वटर हैंडल्स पर नजर डालें तो जो बैनर फोटो हैं,उनमें वहां के मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगी हुई है।यहां तक कि पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी ने अपने टि्वटर हैंडल पर पीएम मोदी की तस्वीर लगा रखी है।
क्या बोले जानकार : लंबे समय से स्वतंत्र रूप से पत्रकारिता कर रहे जगमोहन सिंह कहते हैं कि बीजेपी के अंदर कुछ भी ठीक नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कितनी भी बातें कर लें लेकिन बीजेपी के अंदर मनमुटाव साफतौर पर दिख रहा है। योगी और मोदी के बीच का मनमुटाव तो लंबे समय से देखा जा सकता है, लेकिन इस बार केंद्रीय संगठन को उस वक्त मुंह की खानी पड़ी है जब चर्चाएं जोरों पर थीं कि उत्तर प्रदेश में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है और योगी उत्तर प्रदेश के अंदर केंद्रीय संगठन पर भारी पड़ गए।
हालात इस कदर हो गए कि केंद्रीय संगठन को पार्टी को एकजुट रखने के लिए पीछे हटना पड़ा और आखिर केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को कहना ही पड़ा कि उत्तर प्रदेश सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है और संगठन में जो भी बदलाव होने या करने होंगे, वह खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
लेकिन आपको बता दूं कि बीजेपी के अंदर फूट पड़ चुकी है, समय रहते संगठन इसे अगर ठीक नहीं कर पाया तो इसका नुकसान उत्तर प्रदेश में बीजेपी को उठाना पड़ेगा। रही टि्वटर हैंडल पर फोटो का न होना तो यह एक इत्तेफाक भी हो सकता है, लेकिन इतना बड़ा इत्तेफाक कैसे हो गया, यह एक सोचने वाली बात है।