नई दिल्ली। लोकसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा का जवाब देने के दौरान हुए भारी हंगामे के बाद एक भोजपुरी कहावत, 'न खेलब न खेले देम.. खेले बिगाड़ब' के साथ विपक्ष पर जमकर कटाक्ष किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेसी नेता अधीर रंजन चौधरी के लगातार विरोध के दौरान यह कहावत कही।
लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देने के दौरान नए कृषि कानून के विरोध में भारी हंगामा किए जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक भोजपुरी कहावत- 'न खेलब न खेले देम.. खेले बिगाड़ब', यानी न तो हम खुद ही यह काम करेंगे, न ही तुम्हें करने देंगे...के जरिए विपक्ष पर जमकर तंज कसा। नए कृषि कानून पर विपक्ष के लगातार हंगामे के बाद प्रधानमंत्री ने विपक्ष के लिए बिहार की इस कहावत का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब के दौरान कांग्रेस ने वॉकआउट भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा, वर्षों से हमारा कृषि क्षेत्र जो चुनौतियां महसूस कर रहा है, उसमें सुधार लाने के हमने ईमानदार प्रयास किए हैं, लेकिन विपक्ष कानून के रंग पर चर्चा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि कानून के तथ्यों पर चर्चा होती। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकट और विपरीत काल में भी यह देश किस तरह से रास्ता चुनता है, राष्ट्रपति ने अभिभाषण में यह बात बताई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीनों कानून अध्यादेश के बाद संसद में पारित हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए कानून के लागू होने के बाद न देश में कोई मंडी बंद हुई है, न कहीं एमएसपी बंद हुआ है। यह सच्चाई है जिसे छिपाकर विपक्ष के लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं। गौरतलब है कि सदन में विपक्षी दलों की तरफ से नए कृषि कानूनों के विरोध में लगातार हंगामा देखने को मिला है।