नई दिल्ली। आत्मविश्वास के साथ कड़ी चुनौतियों का सामना करके और सकारात्मक सोच के साथ बाधाओं को पार करने से व्यक्ति जीवन में नई ऊंचाइयों को छूता है। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मूक-बधिर पेंटर को लिखे पत्र में कही, जिसने उन्हें अपनी एक कृति भेजी थी।
जयपुर के पेंटर अजय गर्ग प्रधानमंत्री को अपनी एक पेंटिंग भेजने के बाद उनसे मिले जवाब से बहुत उत्साहित हैं। बचपन में एक हादसे के बाद गर्ग मूक-बधिर हो गए थे। प्रधानमंत्री गर्ग के हुनर और उनकी जिंदगी से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने जयपुर निवासी कलाकार को कई लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
मोदी ने गर्ग को लिखे पत्र में कहा, आपका जीवन ऐसे अनेक लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है जिन्होंने अपनी जिंदगी में कभी न कभी कठिनाइयों और अवरोधों का सामना किया है। उन्होंने कहा कि कला मानव मन की संवेदनाओं को आकार देने का तथा रुचि को रचनात्मकता के साथ जोड़ने का अद्भुत माध्यम है।
प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा कि गर्ग की रचनाओं में पेंटिंग के प्रति उनका समर्पण और निपुणता साफ झलकती है।मोदी ने अपने पत्र में कहा, आत्मविश्वास के साथ कठिन चुनौतियों और मुश्किल हालात का सामना करके तथा सकारात्मक सोच के साथ बाधाओं को पार करने से व्यक्ति जीवन में नई ऊंचाइयों को छूता है।
प्रधानमंत्री ने गर्ग के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। उन्होंने कहा, कला के क्षेत्र में आपकी प्रसिद्धि और उपलब्धियां दिन-प्रतिदिन बढ़ती रहें। दिव्यांगता के बावजूद गर्ग ने जीवन में कभी हिम्मत नहीं हारी और अपनी कमजोरियों को अपनी ताकत बनाया। गर्ग ने अपने समर्पण, परिश्रम और सतत अभ्यास से पेंटिंग की दुनिया में अपने लिए जगह बनाई है और देश-विदेश में उनकी कलाकृतियों की अनेक प्रदर्शनियां आयोजित हुई हैं।
उन्हें राज्य सरकार और केंद्र सरकार के अनेक पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है। गर्ग जयपुर में मूक और बधिर बच्चों को पेंटिंग का नि:शुल्क प्रशिक्षण भी देते हैं। प्रधानमंत्री अक्सर समय निकालकर उन्हें मिलने वाले पत्रों में से कुछ का जवाब देते हैं।(भाषा)