इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खासकर बुनियादी ढांचे की योजनाओं की कथित सुस्त चाल और गड़बड़ियों को लेकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर शनिवार को जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मौजूदा राजग सरकार के 'पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त राज' में योजनाओं को गरीब और मध्यम वर्ग की आशाओं से जोड़ा गया है, जबकि सरकारी कार्यक्रमों की आड़ में कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति की परंपरा खत्म हो रही है।
मोदी ने यहां मध्यप्रदेश सरकार के आयोजित 'शहरी विकास महोत्सव' में कहा कि कांग्रेस के राज में हमारे देश में आवास योजनाओं को किस तरह लागू किया गया था, यह बात देश का बच्चा-बच्चा जानता है। इन योजनाओं के नामकरण से लेकर इनके लाभार्थियों के चयन और इन्हें मकान आवंटित करने की प्रक्रिया तक विवादों के घेरे में रहती थी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 2022 तक देश के हर व्यक्ति को घर मुहैया कराने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए आने वाले 3-4 सालों में 2 करोड़ से ज्यादा घरों का निर्माण किया जाएगा।मोदी ने कहा कि पिछले 4 सालों में सरकारी आवास योजनाओं के तहत गांवों और शहरों में 1.15 करोड़ घरों का निर्माण किया गया है।
हमने पिछले 4 सालों में तकनीक आधारित पारदर्शी व्यवस्था के तहत जितने मकान स्वीकृत किए हैं, वे पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल की तुलना में 3 गुना से भी ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम पूर्ववर्ती संप्रग सरकार की चाल से इतने मकानों को मंजूरी देते, तो हमें 20 साल लग जाते। हमने 20 साल का काम केवल 4 साल में कर दिखाया है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने की कांग्रेसी परंपरा अब खत्म हो रही है। आम लोग हमारी पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त सरकार में पिछले 4 साल में हुए परिवर्तनों को खुद महसूस कर रहे हैं।
देश का गरीब और मध्यम वर्ग ऐसी योजनाएं चाहता है जिनसे उसका जीवन आसान हो इसलिए उनकी सरकार ने अपनी योजनाओं को इन वर्गों की आशाओं और अपेक्षाओं के साथ जोड़ा है। प्रधानमंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि आजादी के बाद देश पर लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस सरकारों ने शहरी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं नहीं बढ़ाईं, जबकि पढ़ाई और रोजगार के उजले अवसरों के कारण मध्यम वर्ग की बड़ी आबादी शहरों में निवास करती है।
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को 21वीं सदी के मुताबिक तैयार करने का काम हाथ में लिया है। हमने इस सिलसिले में पिछले 4 सालों में 2 लाख 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक के कार्यों को मंजूरी दी है, जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने 10 साल के अपने कार्यकाल में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए केवल 95,000 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे।
उन्होंने कटाक्ष किया कि कांग्रेस की संस्कृति के मद्देनजर आप लोग मुझसे बेहतर अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें से कितनी राशि जमीनी स्तर पर वाकई खर्च हुई होगी। सियासत के जानकारों ने मोदी के एक दिवसीय मध्यप्रदेश दौरे को इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण आंका है। इस दौरे में मोदी ने राज्य में करोड़ों रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मध्यप्रदेश में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों के राज पर भी निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली मौजूदा भाजपा सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के नौजवानों को अपने बड़े-बुजुर्गों से पूछना चाहिए कि कांग्रेस के राज में सूबे की स्थिति कैसी थी?
प्रधानमंत्री मोदी ने 'स्वच्छ सर्वेक्षण-2018' के विजेता शहरों को पुरस्कृत किया : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'स्वच्छ सर्वेक्षण-2018' में अलग-अलग श्रेणियों के विजेता शहरों को शनिवार को यहां पुरस्कृत किया। इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में पुरस्कृत किया गया। इस श्रेणी में दूसरे और तीसरे स्थान के लिए क्रमश: भोपाल और चंडीगढ़ ने पुरस्कार जीता।
'स्वच्छ सर्वेक्षण-2018' में झारखंड सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में अव्वल रहा। इस श्रेणी में महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ क्रमश: दूसरे और तीसरे पायदान पर रहे। प्रधानमंत्री ने इंदौरवासियों को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता 1 दिन में नहीं आती। नागरिक 24 घंटे जागरूक रहते हैं, तब जाकर स्वच्छता की सिद्धि प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि इंदौर के लोगों ने स्वच्छता के मामले में जनभागीदारी का अभूतपूर्व उदाहरण पेश किया है। देश और समाज को बदलने के लिए आम लोगों की सोच बदलनी जरूरी है। देश को खुले में शौच से मुक्त कराने का सपना सच के करीब है। (भाषा)