देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को परेड ग्राउंड में लगभग 18 हजार करोड़ की 18 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, जिसमें 2573 करोड़ की 7 योजनाओं का लोकार्पण एवं 15626 करोड़ के 11 शिलान्यास शामिल हैं।
इनमें प्रधानमंत्री द्वारा किए गए लोकार्पण में व्यासी हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट, देहरादून 120 मेगावाट (लागत रुपए 1,777 करोड़) , देवप्रयाग से श्रीकोट एनएच-58 में 38 किमी. सड़क का चौड़ीकरण का कार्य (लागत रुपए 257 करोड़),ब्रहमपुरी से कौड़ियाला एनएच-58 में 33 किमी. का सड़क चौड़ीकरण एवं डक्ट निर्माण का कार्य (लगभग 248 करोड़), लामबगड़ एनएच- 58 में 500 मीटर भूस्खलन शमन का कार्य (लागत रुपए 108 करोड़), साकणीधार, श्रीनगर एवं देवप्रयाग एनएच-58 में 1.1 किमी. क्रोनिक भूस्खलन उपचार का कार्य (लागत रुपए 76 करोड़), हिमालयन संस्कृति केन्द्र, देहरादून (लागत रुपए 67 करोड़), स्टेट ऑफ आर्ट परफ्यूमरी एवं एरोमा लेबोरेटरी सेंटर फॉर एरोमेटिक प्लांट्स, देहरादून (लागत रुपए 40 करोड़) शामिल है।
प्रधानमंत्री द्वारा किए गए शिलान्यास में दिल्ली-देहरादून इकोनोमिक कॉरिडोर-175 किमी. (लागत रुपए 8500 करोड़), दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से हरिद्वार- 51 किमी. (लागत रुपए 2100 करोड़), देहरादून-पांवटा साहिबः पांवटा साहिब से बल्लूपुर चौक- 50 किमी. (लागत रुपए 1,695 करोड़), मनोहरपुर से कांगड़ी 4 लेन में 15 किमी. हरिद्वार रिंग रोड़ का निर्माण (लागत रुपए 1,560 करोड़),जल आपूर्ति, सड़क एवं जल निकासी प्रणाली का विकास, देहरादून (लागत रुपए 724 करोड़),मेडिकल कॉलेज, हरिद्वार (लागत रुपए 538 करोड़), श्री बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य (लागत रुपए 220 करोड़), नजीबाबाद से कोटद्वार एनएच-119 में 15 किमी. का सड़क चौड़ीकरण (लागत रुपए 108 करोड़),लक्ष्मण झूला सेतु के समीप गंगा नदी पर 132 मीटर का पुल निर्माण (लागत रुपए 69 करोड़),चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट, देहरादून (लागत रुपए 58 करोड़),श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में विकास कार्य (लागत रुपए 54 करोड़) शामिल हैं।
इस अवसर पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड पूरे देश की आस्था ही नहीं कर्म की भी भूमि है। हमारे लिए उत्तराखंड तप और तपस्या का मार्ग है। उन्होंने कहा कि आज राज्य विकास से जुड़ी जिन विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण हुआ है, वे योजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में मददगार होंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस शताब्दी के शुरूआत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी ने देश में कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रयाय किया था, किंतु उसके बाद की सरकार ने बहुमूल्य 10 साल बर्बाद किए। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के पर्यटकों की सुविधा के दृष्टि से होम स्टे योजना को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि इस संकल्प से उत्तराखंड देश को राह भी दिखा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुष्कर सिंह धामी को युवा, लोकप्रिय और ऊर्जावान मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में उत्तराखंड के विकास का हर संकल्प पूरा होगा। राज्य में युवा नेतृत्व के साथ वरिष्ठ नेताओं की अनुभवी टीम है। उन्होंने कहा कि 2025 में उत्तराखंड अपने रजत जयंती वर्ष में विकास के नए आयाम प्राप्त करेगा।
कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के टीकाकरण अभियान में उत्तराखंड का देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होने पर भी उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को बधाई दी। इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने एनएचएआई द्वारा संचालित योजनाओं के साथ ही अन्य योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
प्रधानमंत्री मोदी से मिला तीर्थ पुरोहितों का प्रतिनिधि मंडल : चारधाम तीर्थ पुरोहित हकदारी महापंचायत के 8 सदस्य के पुरोहितों एवं पुजारियों के प्रतिनिधि मंडल ने डॉक्टर बृजेश सती के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर चारों धामों के तीर्थ पुरोहित एवं पुजारियों ने प्रधानमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री की दीर्घायु की मंगल कामना की।
चारधाम महापंचायत के प्रवक्ता डॉक्टर बृजेश सती ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा व मार्गदर्शन से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन विधेयक को वापस लेने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। इसके लिए वे सभी तीर्थ पुरोहितों, हकहकूकधारियों, रावल व पुजारियों की ओर से उनका आभार व्यक्त करते हैं।
प्रतिनिधिमंडल में गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल, ब्रह्मकपाल पंचायत बद्रीनाथ के अध्यक्ष उमेश सत, केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, व्यापार सभा केदारनाथ के अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी, यमुनोत्री के रावल अनुरूद उनियाल मौजूद थे।