बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर जनरल सुलेमानी न सिर्फ रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स प्रमुख थे बल्कि गार्ड्स की विशेष आक्रामक यूनिट अल कुद्स फोर्स भी उन्हीं के इशारों पर काम करती थी।
ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की सबसे अहम यूनिट माना जाता है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खोमैनी के करीबी माने जाने वाले सुलेमानी को 2002 में अल कुद्स फोर्स का प्रमुख बनाया गया था।
माना जाता है कि अल-कुद्स फोर्स का नाम सीरिया और लेबनान से लेकर जर्मनी और यहां तक कि भारत तक में बम हमले और हत्या के प्रयासों के मामले में जुड़ा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2012 में दिल्ली में एक इसराइली राजनयिक के वाहन पर बम अटैक मामले में भी अल कुद्स फोर्स का नाम आया था।
फरवरी 2012 में दिल्ली में इसराइली राजनयिक के वाहन पर बम हमले के बाद दिल्ली पुलिस ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया था कि असफल बम हमले में शामिल कुछ संदिग्ध ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की एक खास यूनिट के सदस्य थे।