पटना। केंद्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत में चारा घोटाला मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद को दोषी करार दिए जाने के बाद उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने तथा मनोबल ऊंचा रखने की अपील की है। राबड़ी ने अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अपने पति के स्वास्थ्य पर चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि हमें अदालत के फैसले का सम्मान करना चाहिए। बिहार और देश के अन्य हिस्सों में हमारे कार्यकर्ताओं को शांति बनाए रखनी चाहिए और वे निरुत्साहित नहीं हों। कार्यकर्ताओं को यह याद रखना चाहिए कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं।
राबड़ी ने कहा कि शनिवार को हम आश्वस्त थे कि वे (लालू) बरी हो जाएंगे। कुछ समाचार चैनल इस संबंध में खबर भी दिखा रहे थे, हालांकि कुछ ही सेकंड बाद उन्होंने इसे दिखाना बंद कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे आशा है कि वे स्वस्थ रहें और समय पर दवाइयां लें। वे दिल के मरीज हैं जिनका एक बड़ा ऑपरेशन हुआ है। उनकी चिकित्सा स्थिति के बारे में हमने अदालत को अवगत करवा दिया है। इस बीच लालू के बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव ने कहा कि लालू किसी व्यक्ति का नाम नहीं है, वे एक विचारधारा हैं। हमें चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्हें न्याय मिलेगा और वे जल्दी ही जेल से बाहर होंगे।
गौरतलब है कि चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद उन्हें रांची जेल में भेज दिया गया है। 3 जनवरी को लालू के सजा का ऐलान होगा। राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह और राजद प्रमुख के छोटे बेटे तेजस्वी यादव रांची में हैं। (भाषा)