बड़े नेताओं को राहुल की खरी-खरी के बाद कांग्रेस में हड़कंप, विवेक तन्खा का इस्तीफा, सीएम कमलनाथ ने दी सफाई
भोपाल। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी ने एक बार फिर पार्टी के बड़े नेताओं को खरी-खोटी सुनाई है। इस्तीफा वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में युवा कांग्रेस के नेताओं से बात करते हुए राहुल ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनके इस्तीफे के बाद भी किसी मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्षों और महासचिव ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा नहीं दिया।
राहुल ने कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं से साफ कहा कि वह अब अध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे। इतना ही नहीं राहुल ने यह भी कहा कि मैं खुद चुनाव हारा हूं अगर एक अंगुली मैं किसी पर उठाता हूं तो तीन अंगुलियां मेरी तरफ उठेंगी।
ऐसा नहीं है कि पार्टी के बड़े नेताओं के खिलाफ राहुल के ऐसे तेवर पहली बार दिखाई दिए हैं। चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के बड़े नेताओं को पार्टी हित से पहले अपना हित साधने को लेकर निशाने पर लिया था। इसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम शामिल थे। राहुल की पार्टी के बड़े नेताओं से नाराजगी इस हद तक थी कि काफी लंबे समय तक उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं से दूरी बना ली थी। वहीं राहुल गांधी के इस बयान के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया है और पार्टी के बड़े नेताओं के इस्तीफे देने का सिलसिला शुरू हो गया है।
राहुल के तंज के बाद विवेक तन्खा का इस्तीफा : राहुल गांधी के बयान के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने पार्टी के विधि, आरईआई और मानवाधिकार विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। विवेक तन्खा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हम सभी को पार्टी के जिम्मेदार पदों से इस्तीफा देकर राहुल गांधी को अपनी नई टीम चुनने के लिए फ्री हैंड देना चाहिए। इसके साथ ही विवेक तन्खा ने लिखा कि राहुल गांधी को इस समय बड़ा बदलाव करना चाहिए ताकि पार्टी में जुझारुपन फिर से पैदा हो सके।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दी सफाई : राहुल गांधी के बयान के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी ने सही बात की है। मैं नहीं जानता कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है लेकिन मैंने पहले इस्तीफे की पेशकश की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे दूसरे नेताओं के बारे में पता नहीं है लेकिन हार का जिम्मेदार में हूं और मैंने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहिए।
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