नई दिल्ली। वायनाड से कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी को गुजरात के सूरत की कोर्ट ने 2 साल कैद की सजा सुनाई है। अदालत ने मोदी सरनेम संबंधी बयान को लेकर हालांकि राहुल गांधी को जमानत भी दे दी और उनकी सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता फैसले को चुनौती दे सकें। कोर्ट के इस फैसले के बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने इसे लेकर बड़ा फैसला किया है। सारे विपक्षी सांसद संसद भवन से विजय चौक तक मार्च करेंगे और प्रदर्शन करेंगे
कांग्रेस ने मानहानि के एक मामले में सूरत की अदालत द्वारा राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाए जाने पर कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ ही इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए विपक्षी दलों को साथ लेने और जनता के बीच उतरने का फैसला किया है। मुख्य विपक्षी दल दिल्ली और अन्य राज्यों में इस विषय को लेकर प्रदर्शन करेगा।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक कांग्रेस ने अपने और कई अन्य विपक्षी दलों की तरफ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने का समय मांगा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि करीब 50 सांसद, कांग्रेस स्टियरिंग कमेटी के सदस्य और वरिष्ठ नेता मिले।
उन्होंने बताया कि खरगे ने शुक्रवार सुबह 10 बजे विपक्ष की पार्टियों को बुलाया है। इसके बाद 11.30 या 12 बजे सारे विपक्षी सांसद संसद भवन से विजय चौक तक मार्च करेंगे, प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि दोपहर को हमने सभी विपक्ष की पार्टियों की तरफ से राष्ट्रपति जी से समय मांगा है। कल शाम को कांग्रेस अध्यक्ष, हमारे सारे पीसीसी अध्यक्ष और विधायक दल के नेताओं की बैठक होगी, जहां राज्यों में जो कार्यक्रम होंगे, उन पर चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर सोमवार को दिल्ली में और अलग-अलग राज्यों में प्रदर्शन होंगे।
रमेश ने कहा कि ये सिर्फ एक कानूनी मुद्दा नहीं है, ये एक बहुत गंभीर राजनीतिक मुद्दा भी है, जो हमारे लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा हुआ है। ये मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति, धमकी की राजनीति, डराने की राजनीति और उत्पीड़न की राजनीति की एक बड़ी मिसाल है।
उन्होंने कहा कि इसे हम कानूनी तरीके से भी लड़ेंगे। कानून हमें जो अधिकार देता है, उन अधिकारों का हम इस्तेमाल करेंगे, पर ये एक राजनीतिक मुकाबला भी है, इसका हम सीधा मुकाबला करेंगे, हम पीछे हटेंगे नहीं, हम डरेंगे नहीं, इसे हम बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी बनाएंगे। एजेंसियां