नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की पंजाब इकाई में कलह को दूर करने के प्रयास के तहत बुधवार को कई नेताओं के साथ मंत्रणा की जिसके बाद पार्टी महासचिव हरीश रावत ने कहा कि जुलाई की शुरुआत तक प्रदेश से जुड़े सभी मुद्दों का हल निकाल लिया जाएगा।
राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़, पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा और सांसद मनीष तिवारी के साथ अलग-अलग बैठक की। राहुल गांधी के साथ नेताओं की मैराथन बैठकों के बाद कांग्रेस के पंजाब प्रभारी ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात की और कहा कि वे उन 18 मुद्दों को लेकर रूपरेखा तैयार करें जिन पर सरकार को कदम उठाना है।
इनमें भूमि और परिवहन माफिया तथा गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा शामिल है। उधर, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात किए बिना पंजाब लौट गए।
रावत ने कहा कि कांग्रेस ने कई लंबित वादों को पूरा करने के लिए समयसीमा तय की है और राज्य सरकार की ओर से योजना के मुताबिक इन पर कदम उठाया जाएगा। पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सिद्धू को समिति के साथ बातचीत करने के लिए दिल्ली बुलाया जाएगा और सभी मुद्दों का जल्द समाधान निकाल लिया जाएगा।
उनके मुताबिक, कांग्रेस ने सिद्धू के सभी हालिया साक्षात्कारों और बयानों का संज्ञान लिया है तथा इस संदर्भ में जो भी जरूरी सलाह या निर्देश होंगे वो दिए जाएंगे। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि जुलाई के पहले सप्ताह या फिर 10 जुलाई तक सभी मुद्दों को हल कर लिया जाएगा।
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस की राज्य इकाई में कोई झगड़ा नहीं है और मुख्य मुद्दा यह है कि अगले विधानसभा चुनाव में कैसे पार्टी एकजुट होकर उतरे और जीत हासिल करे। उन्होंने यह भी कहा, राहुल जी से मुलाकात के बाद मुझे यह उम्मीद है कि इस मसले का बहुत जल्द हल निकलेगा।
कांग्रेस आलाकमान से मिले बिना अमरिंदर के पंजाब लौटने के सवाल पर जाखड़ ने बताया कि उनके दौरे का एजेंडा समिति से मुलाकात था। पंजाब में कुछ विधायकों के रिश्तेदारों को नौकरी देने से जुड़े विवाद पर जाखड़ ने कहा, कुछ गलत लोग कैप्टन साहब से ऐसे फैसले करवा रहे हैं। ये जो तथाकथित सलाहकार हैं, वो मुख्यमंत्री के कार्यालय को इस स्थिति में ला रहे हैं।
राहुल गांधी पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के इस संकट को हल करने के लिए पिछले कुछ दिनों से राज्य के पार्टी नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने सोमवार और मंगलवार को भी पंजाब कांग्रेस के कई नेताओं के साथ बैठक की थी।
गौरतलब है कि इन दिनों सिद्धू मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे हैं। विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।(भाषा)