नई दिल्ली। भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हिन्दुत्व से घृणा करने का आरोप लगाते हुए उनसे मंगलवार को सवाल किया कि वह 2019 में भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नाम लेकर तो कहीं हिन्दुओं को हराने की बात तो नहीं कह रहे हैं।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि गांधी ने हैदराबाद में कुछ संपादकों एवं पत्रकारों से बंद कमरे में बातचीत में कहा कि वह हिन्दुत्व में कतई विश्वास नहीं करते हैं चाहे वह उदारवादी हो या कट्टरवादी। वह किसी भी प्रकार के हिन्दुत्व में विश्वास नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि गांधी से पत्रकारों ने सवाल किया था कि क्या वे हिन्दुओं के तुष्टीकरण के लिए उदारवादी हिन्दुत्व में विश्वास करने लगे हैं। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए गांधी ने यह भी कहा कि वह अपने चुनावी दौरों में मंदिर केवल इसलिए जाते हैं क्योंकि वहां के धर्मगुरुओं से मुलाकात का उन्हें निमंत्रण मिलता है। मंदिर जाने का कारण आस्था नहीं है।
डॉ. पात्रा ने कहा कि थोड़े दिन पहले ही गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ भी बंद कमरे में एक मुलाकात में कहा था कि कांग्रेस एक मुस्लिम पार्टी है। उन्होंने यह भी कहा था कि हमसे गलती हुई कि हम मंदिर गए। बाद में मीडिया में इसका खुलासा होने पर कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रमुख ने इसकी पुष्टि भी की थी।
उन्होंने कहा कि गुजरात के चुनाव के समय भी सोमनाथ मंदिर के रजिस्टर पर जो लिखा गया था, वह लोगों को याद है। पर तब कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि गांधी जनेऊधारी हिन्दू हैं। यानी वह हिन्दुओं के वोटों के तुष्टीकरण के लिए कभी इच्छाधारी हिन्दू बन जाते हैं और जब काम निकल जाता है तो तुरंत जनेऊ उतार देते हैं। ऐसा करके वह करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि गांधी किस धर्म में आस्था रखते हैं, यह उनका निजी मामला है लेकिन वह वोटों के लिए कभी हिन्दू बन जाते हैं और कभी मुस्लिम पार्टी के नेता बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि गांधी की हिन्दुओं के प्रति घृणा सबसे पहले 2008 में ही उजागर हुई थी, जब उन्होंने अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर से कहा था कि देश में असली खतरा लश्करे तैयबा से नहीं बल्कि हिन्दू आतंकवाद से है। उसी से प्रेरित हो कर पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिन्दे और दिग्विजयसिंह हिन्दू आतंकवाद का राग अलापते रहे।
डॉ. पात्रा ने कहा कि गांधी के मन में हिन्दुओं के प्रति इतनी घृणा है तो लगता है कि वह 2019 के आम चुनावों में भाजपा/संघ को हराने की बात कहते हैं तो कहीं वे ऐसे तो नहीं सोच रहे होते हैं कि हिन्दुओं को हराना है। उन्होंने गांधी से सवाल किया कि क्या वे ऐसे शब्दों का उच्चारण किसी अन्य धर्म के बारे में कर सकते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि संपादक लोकतंत्र के प्रहरी होते हैं। वे झूठ नहीं बोलते हैं और उनके लिखे गए शब्दों को सच मानकर वह गांधी को चुनौती देते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताएं कि वे हिन्दुओं और हिन्दुत्व पर विश्वास क्यों नहीं करते हैं।