Pahalgam terror attack case : कानपुर का माहौल बुधवार को उस वक्त भावुक हो गया, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के घर पहुंचे। शुभम की पत्नी ऐशन्या उन्हें देखकर खुद को संभाल नहीं पाईं और फूट-फूटकर रो पड़ीं। राहुल ने बिना कुछ कहे उन्हें गले से लगा लिया। उस पल जैसे पूरे घर का दर्द एक तस्वीर में कैद हो गया। रोते हुए ऐशन्या ने राहुल को बताया, सर, हम लंच कर रहे थे, तभी एक शख्स आया और पूछा, हिंदू हो या मुसलमान? मेरे पति ने जैसे ही 'हिंदू' कहा, बस 5 सेकंड में गोली मार दी। उनकी आवाज कांप रही थी, आंखों में अब भी वही मंज़र तैर रहा था।
उन्होंने बताया कि आतंकियों ने करीब 45 मिनट तक नाम पूछ-पूछकर लोगों को मारा। वो कहते थे, तुम्हारी सरकार से कहो, हम पति को पत्नी के सामने मारेंगे, लेकिन तुम्हें नहीं मारेंगे। ऐशन्या की बहन ने बताया कि वो मदद के लिए गिड़गिड़ाती रहीं, पर किसी ने हाथ नहीं बढ़ाया।
शुभम के पिता की आंखों से बहते आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। बोले, बेटे का सिर बहू के ऊपर गिरा था, आप कुछ कीजिए। राहुल ने शांत स्वर में कहा, मैं यह दर्द जानता हूं, मेरी दादी और पिता भी आतंकवाद के शिकार हुए। मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर शुभम को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग करूंगा। इस दौरान राहुल ने परिवार की बात प्रियंका गांधी से भी करवाई और वादा किया, जो दोषी हैं, वे चाहे जहां छुपे हों, सजा पाकर रहेंगे।