देहरादून। उत्तराखंड में चुनावी शंखनाद का आगाज करते हुए एक विशाल रैली को संबोधित करने देहरादून के परेड ग्राउंड पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तराखंड से अपना नाता कुर्बानियों से जोड़ा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने इस देश के लिए सबसे ज्यादा खून दिया है। उनकी दादी और पिता ने भी इस देश के लिए अपनी शहादत दी।
देहरादून के परेड ग्राउंड में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित जनसभा में राहुल ने अपना संबोधन शहीद और देशभक्ति पर ही फोकस करके रखा। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति या परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी है, वही किसी और की कुर्बानी का दर्द समझ सकता है। इस उत्तराखंड ने देश के लिए सबसे ज्यादा खून दिया है।
उन्होंने कहा कि मैं भी इस दर्द से गुजरा हूं तो उन परिवारों का दर्द समझ सकता हूं।राहुल ने कहा कि 1971 में भारत ने पाकिस्तान को महज 13 दिन में ही पराजित कर दिया था। इसके पीछे सबसे बड़ी ताकत यह थी कि पूरा देश एक साथ था और पाकिस्तान अंदरखाने ही लड़ रहा था। आज भी देश के हालात इस तरह से कर दिए गए हैं कि एक को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। कमजोर लोगों को सताया जा रहा है।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज केंद्र की सरकार महज दो या तीन पूंजीपतियों के लिए ही चलाई जा रही है। देश के अन्नदाता किसानों की मेहनत की कमाई इन्हीं पूंजीपति लोगों को देने के लिए तीन कृषि कानून लाए गए थे।
उन्होंने कहा कि किसान इसके विरोध में एकजुट आ खड़ा हुआ, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भी उनका साथ देते हुए इन कानूनों का विरोध किया। आंदोलन में सात सौ किसानों की शहादत के बाद पीएम ने अपनी गलती मानी और कानून वापस लिए, लेकिन शहीद किसानों को मुआवजा देने को आज भी तैयार नहीं हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी और महंगाई है। कांग्रेस इस तरह की नीतियां बनाएगी कि युवाओं को अपने घर पर ही रोजगार मिल सके। इसी तरह महंगाई पर भी काबू पाने को कड़े कदम उठाए जाएंगे।
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, चुनाव प्रचार समिति के संयोजक हरीश रावत ने भी सभा को संबोधित किया। संचालन प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने किया।रैली को संबोधित करने से पूर्व राहुल गांधी ने पूर्व सैनिकों को सम्मानित भी किया। रैली में दिवंगत पूर्व सीडीएस बिपिन रावत के बड़े-बड़े कटआउट लगाए गए थे।